जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले सूबे की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय शेखावत परिवार की आपसी कलह खुलकर सामने आ गई है जहां पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत की जन्म शताब्दी समारोह में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के कई आरोप लगाने के बाद अब वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है. शेखावत के दोहिते और बीजेपी विधायक नरपत सिंह राजवी के बेटे अभिमन्यु सिंह राजवी ने प्रताप सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए बुधवार को खाचरियावास के आरोंपों पर कड़ा एतराज जताया.
राजवी ने कहा कि प्रताप सिंह राजनीतिक स्वार्थसिद्धि के लिए कई बार ऐसी बातें बोलते हैं. मालूम हो कि मंत्री खाचरियावास ने खाचरियावास गांव में कार्यक्रम के दौरान आयोजन तथा समाधि स्थल की जमीन आवंटन को लेकर बयान दिय़ा था. इसके जबाव में शेखावत के दोहिते अभिन्यु सिंह राजवी ने कहा कि जब एक परिवार में राजनीतिक लोग बढ़ जाते हैं तो विचारधारा अलग-अलग होती है और उन्होंने ऐसी बात कही जो परिवार का सदस्य क्या कोई दुश्मन भी नहीं करेगा.
अब राजवी को जवाब देते हुए प्रताप सिंह के भांजे दुष्यंत चुंडावत भी मैदान में उतर गए हैं जहां उन्होंने नरपत और अभिमन्यु राजवी दोनों को आड़े हाथों लिया है. चुंडावत ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राजवी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनको कोई नहीं जानता है, जिनका कोई वजूद नहीं है और जो अपने पिता और नाना का रोज नाम लेकर भी कुछ नहीं कर पाए, आज वो 35 साल के संघर्ष से बने प्रताप सिंह पर गलत बयानबाजी कर रहे हैं. दुष्यंत ने कहा कि विधाय़क नरपत सिंह को शर्म आनी चाहिए कि वह अपने बच्चों से झूठी बातें बुलवाकर क्या साबित करना चाहते हैं.
अभिमन्यु की क्या उपलब्धि है : चुंडावत
चुंडावत ने कहा कि अभिमन्यु सिंह राजवी की खुद की कोई भी उपलब्धि नहीं है और उनके पिता नरपत सिंह ने भैरोंसिंह को भड़का कर परिवार से अलग कर दिया और उनकी फितरत हमेशा से ही ऐसी रही है. उन्होंने कहा कि नरपत सिंह की वजह से खुद भैरोंसिंह जी को कई बार बीजेपी में अपमानित होना पड़ा था.
‘खाचरियावास में दिखती है बाबोसा की छवि’
चुंडावत ने आगे कहा कि दुनिया जानती है कि खाचरियावास के अंदर भैरोंसिंह शेखावत की छवि दिखाई देती है और आज प्रताप सिंह जो कुछ भी हैं वह अपनी 35 सालों की मेहनत से बने हैं. उन्होंने कहा कि नरपत सिंह राजवी विधायक तो बन जाते हैं लेकिन वह कभी नेता नहीं बन पाए और ना ही आगे बन पाएंगे.