जयपुर। राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सरकार और पार्टी के निर्देशों के खिलाफ जाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। सचिन पायलट ने इस बार पिछली भाजपा सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार बनने के बाद कोई कार्रवाई नहीं करने पर अशोक गहलोत की सरकार को घेरा है। इसके साथ ही सचिन पायलट ने 11 तारीख को इस मुद्दे पर एक दिन का अनशन का ऐलान भी कर दिया है। अब पायलट के इस कदम को सीएम गहलोत के एक मंत्री का समर्थन भी मिल गया है।
खाचरियावास बोले, पायलट ने जो मुद्दे उठाए हैं, सरकार उस पर ऐक्शन लें
राजस्थान के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट का समर्थन किया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान खाचरियावास ने कहा कि वो पायलट से इस बात से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की यह जिम्मेदारी है कि पायलट ने जो मुद्दे उठाए हैं उस पर वो ऐक्शन लें।
खाचरियावास ने अपनी ही पार्टी को याद दिलाया कि कांग्रेस ने वादा किया था कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो जो मुद्दे पायलट ने उठाए हैं उसपर ऐक्शन लिया जाएगा, लेकिन अब तक कोई ऐक्शन नहीं लिया गया। खाचरियावास ने कहा कि वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बातचीत करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि जो मुद्दे सचिन पायलट ने उठाए हैं उनपर वो ऐक्शन लें। खाचरियावास ने यह भी कहा कि सचिन पायलट पार्टी के लिए वैभव हैं और राहुल गांधी ने यह बात कही थी। मैं भी मुख्यमंत्री से बातचीत करूंगा और कहूंगा कि उन्हें ऐक्शन लेना चाहिए।
बता दें कि रविवार को सचिन पायलट ने कहा कि वह राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में कथित तौर पर हुए ‘भ्रष्टाचार’ पर कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन करेंगे। पायलट ने कहा कि वह 11 अप्रैल को शहीद स्मारक पर एक दिवसीय धरने पर बैठेंगे। पायलट ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने इस बारे में जिला प्रशासन को अवगत करा दिया है।
अब चीजें क्लियर होनी चाहिए : पायलट
पायलट ने राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस को लेकर विपक्ष द्वारा मिलीभगत के लगाए जाने वाले आरोपों को तोड़ने के लिए इस पर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लीडरशिप को मैंने सुझाव दिए हैं, 30 साल से राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी होता रहा है, ऐसे में मिली भगत का आरोप लगता रहा है, ऐसे में भ्रष्टाचार पर कार्रवाई कर इस मिथक से राजस्थान को बाहर निकालना जरूरी है। पायलट ने भ्रष्टाचार पर गहलोत सरकार को लेकर कहा कि अब चीजें क्लियर होनी चाहिए। हम चुनाव में जाने वाले हैं. इस मुद्दे पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम गहलोत को इस पर कदम उठाने चाहिए थे।
वीडियो जारी कर गहलोत को याद दिलाए उनके बोल…
सचिन पायलट ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए वसुंधरा सरकार पर लगाए गए खान घोटाले, बजरी घोटाले जैसे मामलों में जांच सीबीआई को देने की मांग कर रहे थे। लेकिन साढ़े चार वर्ष बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में हम जनता को क्या जवाब देंगे। लीडरशिप को पिछले एक साल से लगातार इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए बोल रहा हूं अब समय कम है इसलिए ये फैसला लिया है। पायलट ने कहा कि जब विपक्ष में थे तो तथ्य थे लेकिन अब सरकार में तथ्य नहीं है। यह समझ से परे हैं। मैंने कांग्रेस लीडरशिप को कई सुझाव दिए हैं। जिसमें एक यह भी था कि पार्टी की साख बचाने के लिए ऐसे मामलों में कार्रवाई हो, अभी तक ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि इस दौरान पायलट ने संजीवनी कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की भी सराहना की।