Bhilwara News : भीलवाड़ा। कोटड़ी थाना क्षेत्र के नरसिंहपुरा में दिल्ली के तंदूर कांड जैसा वीभत्स कृत्य सामने आया है। यहां दरिंदों ने 14 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप किया और फिर हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसी के खेत में बनी कोयले की भट्टी में जलाकर राख कर दिया। इस भट्टी कांड का पुलिस ने 10 घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया है। गैंगरेप और जघन्य हत्याकांड के चार आरोपियों को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में दो सगे भाई है।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पहले कालबेलिया परिवार के चार लोगों ने नाबालिग के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया और फिर हत्या कर दी। इसके बाद परिवार के लोगों ने पड़ोसी लोगों की सहायता से बच्ची को कोयले की भट्टी में जलाकर राख कर दिया। पुलिस ने इस मामले में पत्नी, बहन, मां और पिता सहित 10 लोगों को आरोपियों बनाया है। जिनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
एसपी आदर्श सिद्धू ने कहा कि गैंगरेप और जघन्य हत्याकांड के आरोपी कान्हा पुत्र रंगलाल उम्र 21 व उसका भाई कालु पुत्र रंगलाल उम्र 25 निवासी बालाजी मंदिर के पास तस्वारिया थाना शाहपुरा जिला भीलवाड़ा, संजय पुत्र प्रभु उम्र 20 निवासी पालसा थाना शाहपुरा जिला भीलवाड़ा और पप्पु पुत्र अमरनाथ उर्फ अमरा उम्र 35 निवासी अरवड थाना फुलिया कलॉ जिला भीलवाड़ा को पुलिस ने देर रात गिरफ़्तार किया है। पुलिस आरोपियों से गहनता पूछताछ कर जांच पड़ताल कर रही है। बालिका से दुष्कर्म, हत्या व पोक्सो में प्रकरण दर्ज किया गया।
सिर में डंडा मारने से बहने लगा खून
उन्होंने बताया कि 14 की नाबालिग के साथ बुधवार को दो लोगों ने गैंगरेप किया। विरोध करने पर आरोपियों ने लड़की के सिर में लकड़ी से वार किया, जिससे वह नीचे गिर गई और सिर से खून बहने लगा। नाबालिग को आरोपियों ने मृत समझा और उसी के खेत में बनी भट्टी में डाल दिया। गैंगरेप के दौरान दो और साथी आरोपियों के साथ थे। नाबालिग को भट्टी में डालने के लिए उन्होंने भट्टियों के पास ही झौपड़ी में रहने वाले परिवार के लोगों को भी बुलाया। इस पूरे काम में दो आरोपियों सहित परिवार के 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल है। भट्टी में हाथों की 7-8 हड्डियों के साथ नाबालिग का चांदी का कड़ा और पास में ही उसकी चप्पलें मिली है। इसी से पुष्टि की गई है कि शव नाबालिग का ही था।
लड़की को मृत समझ भट्टी में जलाया
एसपी आदर्श सिद्धू ने बताया कि गुरुवार को पांच आरोपियों को रिटेन किया था। इनमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि गैंगरेप के दौरान नाबालिग से झड़प हो गई। ऐसे में लड़की के सिर पर डंडा मारने से वह नीचे गिर गई। उसके सिर व कान से खून बहने लगा। इसके बाद लड़की को मरा हुआ समझकर कर भट्टी में जला दिया। आरोपियों का पत्नियों, बहन, मां और बाप ने भी सहयोग किया था।
ये है पूरा मामला
भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में घर से बकरियां चराने गईं नाबालिग लड़की शाम तक वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। बेटी को तलाश करने के लिए परिजन घर से डेढ़ किमी दूर अपने खेत पर भी गए, जिसे पिता ने कालबेलिया लोगों को दो साल से किराये पर दे रखा था। यहां पर कोयला बनानी की पांच भट्टी है। लेकिन, यहां पर भी बच्ची नहीं मिली। इसके बाद घर आ गए। लेकिन, बुधवार देर शाम देखा कि भट्टी जल रही है, जबकि बारिश का मौसम था। ऐसे में परिजनों को शक हुआ और ग्रामीणों के साथ वापस खेत पर पहुंचे। जहां पर बच्ची की चप्पलें मिली। लोगों ने भट्ठी में पानी डाल आग को बुझाया और भट्टी से लड़की का एक अधजला हाथ और चांदी का कड़ा मिला।
ग्रामीणों की सूचना पर गुरुवार सुबह एएसपी शाहपुरा किशोरी लाल, कोटड़ी डिप्टी श्यामसुंदर बिश्नोई व थाना प्रभारी खिवराज गुर्जर मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने भट्ठी से करीब 300 किलोग्राम से ज्यादा राख व कोयला बाहर निकाला। 6 घंटे तक एक-एक कोयले को छांटकर नाबालिग के शरीर की कई टुकड़ों को ढूंढकर बाहर निकाला गया। इस पर पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इस पर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये खबर भी पढ़ें:-भीलवाड़ा कांड पर वसुंधरा ने CM गहलोत को घेरा, आंकड़ों की आड़ में कब तक ऐसी घटनाओं को छिपाएंगे?