जयपुर। राजधानी जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में चल रही तीन दिवसीय डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस का रविवार को समापन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में आयोजित हुई 58वीं डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में शिरकत की। उन्होंने आज इस कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके बाद वे दिल्ली के लिए रवाना हो गए। हवाई अड्डे पर राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने उन्हें विदाई दी। पीएम मोदी के दिल्ली जाने के समय डीजीपी राजस्थान यूआर साहू और एनएसए अजीत डोभाल भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह राजभवन से सीधे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर पहुंचे और वहां चल रही डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में शिरकत की। पीएम मोदी ने यहां हर राज्य के डीजीपी से भी मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ लंच किया। शाम को वे दिल्ली के लिए रवाना हुए।
दरअसल, यह पहली बार है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन राजधानी जयपुर में रुके हैं। वे 5 जनवरी की शाम को जयपुर पहुंचे थे और भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर विधायकों और संगठन से जुड़े लोगों की बैठक ली थी। अगले दिन 6 जनवरी को उन्होंने डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में शिरकत की। रविवार को भी वे कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। उन्होंने 5 और 6 जनवरी को राजभवन में रात्रि विश्राम किया।
राज्यपाल से प्रदेश के विकास पर चर्चा…
रविवार सुबह राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उन्हें शॉल ओढ़ाकर उनका अभिनंदन किया था। राज्यपाल मिश्र ने उन्हें मकराना के संगमरमर पर मीनाकारी से उकेरी भगवान गणेश की तस्वीर भी भेंट की थी। इस दौरान उनके बीच प्रदेश के विकास के साथ ही संवैधानिक जागरूकता संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा हुई थी।
शनिवार को इन मुद्दों पर हुई चर्चा…
इससे पहले शनिवार को डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में को चार विषयों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी सुबह 8 से रात 8 बजे तक वे सम्मेलन में मौजूद रहे। कॉन्फ्रेंस में शनिवार को जिन चार मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें पहला खालिस्तानी आतंकवाद था। कॉन्फ्रेंस में एनएसए अजीत डोभाल ने खालिस्तानी आतंकवाद को लेकर जानकारियां साझा कीं। खालिस्तानी आतंकवाद को खत्म करने के लिए सभी राज्यों के डीजी से सुझाव मांगे गए। इसके बाद साइबर सुरक्षा पर करीब 3 घंटे चर्चा हुई। इस सेशन में देश के कई बड़े साइबर एक्सपर्ट भी शामिल हुए।
पीएम मोदी ने देश में साइबर सुरक्षा पर किए जा रहे कामों को लेकर जानकारी ली। अगले सेशन में कानूनों को बदलने की जरूरत, सजा और जुर्माना बढ़ाने पर चर्चा की गई। गृह मंत्री अमित शाह सहित कई राज्यों के डीजी ने इस विषय पर अपना पक्ष रखा व गहन विचार विमर्श किया। अंतिम सेशन में ह्मयून ट्रैफिकिंग पर करीब दो घंटे चर्चा हुई। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक प्रेजेंटेशन के जरिए मानव तस्करी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसके मूल कारणों और इसे कैसे रोका जा सकता है, इस पर गहन चर्चा की गई।