Sachin Pilot : जयपुर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने सरकार और पार्टी के निर्देशों के खिलाफ जाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। पायलट ने इस बार पिछली भाजपा सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार बनने के बाद कोई कार्रवाई नहीं करने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कठघरे में खड़ा किया है। पायलट ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार झूठे मामलों में राहुल गांधी सहित विपक्ष के नेताओं पर कार्रवाई कर रही है। ईडी, सीबीआई सहित अन्य जांच एजेंसियों द्वारा द्वेषपूर्ण कार्रवाई कराई जा रही है। लेकिन राजस्थान में सरकार के साढ़े चार वर्ष बाद भी भाजपा के भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं की।
सचिन पायलट ने कहा कि इस मामले में आलाकमान को भी कई बार सुझाव दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कार्रवाई की मांग की है पिछले साल मई 2022 ओर नवम्बर 2022 में सीएम को पत्र लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। आखिर में अब 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर जयपुर में शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे। इस दौरान पायलट ने विपक्ष में रहते हुए भाजपा और वसुंधरा पर भ्रष्टाचार को लेकर दिए गए बयानों की वीडियो क्लिप भी जारी की।
पायलट बोले- अब चीजें क्लियर होनी चाहिए
पायलट ने राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस को लेकर विपक्ष द्वारा मिलीभगत के लगाए जाने वाले आरोपों को तोड़ने के लिए इस पर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लीडरशिप को मैंने सुझाव दिए हैं, 30 साल से राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी होता रहा है, ऐसे में मिली भगत का आरोप लगता रहा है, ऐसे में भ्रष्टाचार पर कार्रवाई कर इस मिथक से राजस्थान को बाहर निकालना जरूरी है। पायलट ने भ्रष्टाचार पर गहलोत सरकार को लेकर कहा कि अब चीजें क्लियर होनी चाहिए। हम चुनाव में जाने वाले हैं. इस मुद्दे पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीएम गहलोत को इस पर कदम उठाने चाहिए थे।
वीडियो जारी कर गहलोत को याद दिलाए उनके बोल
सचिन पायलट ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए वसुंधरा सरकार पर लगाए गए खान घोटाले, बजरी घोटाले जैसे मामलों में जांच सीबीआई को देने की मांग कर रहे थे। लेकिन साढ़े चार वर्ष बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में हम जनता को क्या जवाब देंगे। लीडरशिप को पिछले एक साल से लगातार इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए बोल रहा हूं अब समय कम है इसलिए ये फैसला लिया है। पायलट ने कहा कि जब विपक्ष में थे तो तथ्य थे लेकिन अब सरकार में तथ्य नहीं है। यह समझ से परे हैं। मैंने कांग्रेस लीडरशिप को कई सुझाव दिए हैं। जिसमें एक यह भी था कि पार्टी की साख बचाने के लिए ऐसे मामलों में कार्रवाई हो, अभी तक ऐसे मामलों में कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि इस दौरान पायलट ने संजीवनी कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की भी सराहना की।
हनुमान बेनीवाल के लिए कही ये बात
आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल के पार्टी छोड़ने वाले बयान पर सचिन पायलट पलटवार करते हुए कहा कि हनुमान बेनीवाल ने हनुमान जयंती पर कुछ कहा है, सभी पार्टी के लोगों का कहने का हक है।
इनपुट-लोकेश ओला