उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महंगाई राहत कैंप के अवलोकन को लेकर जिले दर जिले दौरे कर रहे हैं। आज भी जब उदयपुर में थे तब मावली में उन्होंने महंगाई राहत कैंप का निरीक्षण किया। कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद जब वे यहां से जा रहे थे, तब बीच रास्ते पर ही अशोक गहलोत के काफिले के किनारे कुछ छात्र खड़े होकर सीएम से बात करना चाह रहे थे। मुख्यमंत्री गहलोत ने गाड़ी रुकवाकर छात्रों से उनकी समस्याएं सुनीं। जिसके बाद गहलोत ने तुरंत उनकी समस्याओं को दूर करने के आदेश जारी कर दिए। मुख्यमंत्री के इस व्यवहार से छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई और जमकर नारेबाजी की।
दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब कार्यक्रम के संबोधन की बाद अपनी गाड़ी से जा रहे थे, तब सड़क के किनारे युवा खड़े होकर मुख्यमंत्री से बातचीत करना चाहते थे। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी गाड़ी रोकी गाड़ी और अंदर से ही उनकी समस्याएं पूछने लगे। जिसको लेकर युवाओं ने कहा कि उनके क्षेत्र में सिर्फ ग्रेजुएशन कॉलेज है, पोस्ट ग्रेजुएशन कॉलेज ना होने की वजह से सैकड़ों छात्रों को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। इसके अलावा दूरदराज के छात्रों को यहां पर पीजी नहीं मिलता जिसके चलते उन्हें भी अपनी पढ़ाई छोड़ कर दूसरी जगह जाना पड़ता है।
ये घोषणाएं की सीएम गहलोत ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्रों की समस्याओं को सुनकर तुरंत आदेश जारी कर दिए छात्रों से बातचीत के करीब एक घंटे बाद शासन उप सचिव ने लिखित में आदेश जारी किया। जिसके तहत मावली के राजकीय महाविद्यालय को स्नातकोत्तर कॉलेज में क्रमोन्नत करनेस पोस्टग्रेजुएशन कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस विषय चलाने और ग्रेजुएशन स्तर पर साइंस और कॉमर्स डिपार्टमेंट खोलने जाने की घोषणाएं शामिल है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस कदम की चारों ओर चर्चा हो रही है। युवा और छात्रों के लिए मुख्यमंत्री कितने संवेदनशील और सजग हैं उनका यह व्यवहार और यह घोषणा इसकी बानगी कह रहा है।