कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई का 52वां स्थापना दिवस रविवार को मनाया जाएगा। स्थापना दिवस पर राजस्थान विश्वविद्यालय के घूमर पंडाल में कार्यक्रम आयोजित होगा। कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से मुख्यमंत्री गहलोत भी जुड़ेंगे। गौरतलब है कि छात्र संगठन एनएसयूआई से निकले कई नेता आज प्रदेश की राजनीति में सिरमौर बने हुए हैं। कई विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री ने राजनीति की शुरुआत इस संगठन से की है।
एनएसयूआई से निकले कई नेता केंद्र और प्रदेश की राजनीति में आज भी सक्रिय हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी छात्र जीवन में एनएसयूआई से ही राजनीति की शुरुआत की थी। गहलोत के अलावा महेश जोशी, अश्क अली टांक, महेंद्र चौधरी, धीरज गुर्जर, जुबेर खान, मीनाक्षी चंद्रावत, सीताराम लांबा विधायक से लेकर मंत्री पद पर रहे हैं।
ये रहे हैं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष
एनएसयूआई में कई ऐसे प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं, जो राजनीति में सक्रिय हैं। गहलोत के अलावा अश्क अली टांक, महेंद्र चौधरी, धीरज गुर्जर, जुबेर खान, मीनाक्षी चंद्रावत, राकेश मीणा, कृष्ण कुमार हरितवाल, सुमित भगासरा, अभिमन्यु पूनियां प्रदेशाध्यक्ष रहे। वहीं वर्तमान में अभिषेक चौधरी प्रदेश अध्यक्ष हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत का राजनीतिक सफर
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना राजनीतिक सफर 1973 में शुरू किया था। गहलोत 1973 में एनएसयूआई के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष बने थे। गहलोत 1979 में जोधपुर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। 1982 में उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शामिल किया गया, वहीं उन्हें उस साल महासचिव भी बनाया गया था। अशोक गहलोत 1998 से 2003 तक राजस्थान के पहली बार मुख्यमंत्री रहे। दूसरी बार 13 दिसंबर, 2008 को राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दिसंबर 2018 में तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने।
आरयू के घूमर पांडाल में होगा कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ‘एक पहल इंडिया’ संस्थान की ओर से आयोजित होने वाली निशुल्क कक्षाओं का शुभारंभ करेंगे। विश्वविद्यालय के विवेकानंद गार्डन में एक पहल इंडिया संस्थान और एनएसयूआई के सहयोग से मुख्यमंत्री के जीवन पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। कार्यक्रम घूमर पांडाल में होगा।
इंदिरा गांधी ने की थी स्थापना
एनएसयूआई भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छात्र शाखा है, जिसकी स्थापना 9 अप्रैल 1971 को हुई थी। 1954 में, अतुल्य घोष और बिधान चंद्र रे ने आधुनिक भारत के निर्माण में छात्रों को शामिल करने के लिए “पश्चिम बंगाल छात्र परिषद” की स्थापना की थी और वायलार रवि ने “केरल छात्र संघ’ की स्थापना की थी। एनएसयूआई संगठन की स्थापना इंदिरा गांधी ने केरल छात्र संघ और पश्चिम बंगाल राज्य छात्र परिषद को मिलाकर की थी। इसका उद्देश्य भारत में विश्वविद्यालयों में छात्रों को संगठित करना है।
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