जयपुर। राजस्थान चुनाव को कुछ ही समय बाकी है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान अपने सभी विधायकों जीते हुए और हारे हुए प्रत्याशियों से भी लगातार बैठक कर आगे की रणनीति बना रही है। कुछ विधायक कांग्रेस से रूठे हुए भी हैं उनसे भी बातचीत करके मान-मनौव्वल का दौर जारी है। बीते दिनों में वन-टू-वन डायलॉग में गहलोत, डोटासरा और रंधावा की तिगड़ी ने विधानसभा क्षेत्रों के सभी सदस्यों से बातचीत की थी और सरकार का फीडबैक लिया था।
प्रभारी और सह प्रभारी जिलों में जाकर करेंगे विधायकों से बातचीत
जिसके बाद अब एक बार फिर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और सह प्रभारिओं के साथ सभी विधायकों की अकेले में अलग से बातचीत होगी। इसमें ना तो अशोक गहलोत शामिल होंगे ना ही गोविंद सिंह डोटासरा शामिल होंगे। इसे लेकर आप सिंह रंधावा ने कहा कि अकेले में बातचीत करके अब नेताओं से फीडबैक लिया जाएगा। जो कमी होने लगती है वह खुलकर हमारे सामने रखें। हम उसी पर काम करेंगे क्योंकि कमी पर काम करके ही हम आगे चुनाव को जीत सकते हैं।
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि हारे हुए विधायक से भी हम बातचीत कर रहे हैं। उनसे समय-समय पर मिल रहे हैं। आगे की रणनीति बना रहे हैं। यहां हम संगठन को मजबूत करने के लिए इन सभी से बात कर रहे हैं।
सभी की सुनी जाएगी
इधर सह प्रभारी अमृता धवन ने भी कहा कि हमने नेताओं से अभी शिष्टाचार मुलाकात की है। अब रंधावा जी के साथ बैठक होगी उसके बाद बातचीत होगी। सभी विधायकों से अकेले में बातचीत होगी। वे हमारे कांग्रेस के विधायक हैं। हम से आगे कोई भी मिल सकता है। हमसे खुलकर बात कह सकते हैं। हमने भी उनकी बातें सुनी है उनका संज्ञान लिया है। हर चीज में बातचीत हो रही है। सब का यही प्रयास है कि हम एकजुट होकर चुनाव लड़े। क्योंकि यह पहली बार होने जा रहा है राजस्थान के इतिहास में कि कोई एक सरकार दूसरी बार रिपीट होगी और यह इतिहास रचने का समय आ चुका है।