चित्तौड़गढ़ से सांसद चंद्र प्रकाश जोशी अब भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हैं। सतीश पूनिया की जगह अब वे प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि सीपी जोशी को भाजपा के प्रति वफादारी का इनाम दिया गया है।
चंद्र प्रकाश जोशी ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से सियासत का यह सफर शुरू किया था, जो सांसद के रूप में दिल्ली गया और अब उनकी नई पारी राजस्थान में एक बडी़ जिम्मेदारी के साथ शुरू होगी।
सुखाड़िया विश्वविद्यालय से शुरू किया राजनीतिक करियर
चंद्र प्रकाश जोशी यानी सीपी जोशी का जन्म चित्तौड़गढ़ के भादसोदा में हुआ था। इन्होंने बीकॉम की शिक्षा उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से प्राप्त की। चंद्र प्रकाश जोशी अपने स्कूल और कॉलेज लाइफ में ही राजनीति की ओर कदम बढ़ा चुके थे। उस समय उन्होंने कई चुनाव लड़े और जीते।
उन्होंने चित्तौड़गढ़ के राजकीय उच्चतम माध्यमिक विद्यालय में साल 1994 में छात्र संघ का चुनाव लड़ा था, जिसमें वह उपाध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद साल 1995 में जिला परिषद के सदस्य के रूप में नियुक्त किए गए। 2005 तक उन्होंने इस पद पर अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद 2005 में भड़ेसर पंचायत का चुनाव लड़ा। जिसमें वे इस पंचायत समिति के प्रधान बने।
चित्तौड़गढ़ में भाजपा का चेहरा बने सीपी जोशी
इसके बाद सीपी जोशी ने चित्तौड़गढ़ के क्षेत्रीय प्रभारी के पद पर भी कामकाज संभाला। साथ ही साथ वो भाजपा संगठन में भी काम करते रहे। अपने करियर के चढ़ाव में वे पहले राज्य उपाध्यक्ष रहे फिर भारतीय जनता युवा मोर्चा राजस्थान के जिला उपाध्यक्ष रहे, फिर अध्यक्ष रहे। इसके बाद वे जिला महासचिव बनाए गए। इसके बाद वे स्टेट वर्किंग कमेटी में कई पदों पर रहे।
2014 में बने चित्तौड़गढ़ से सांसद
चित्तौड़गढ़ में सीपी जोशी शानदार काम कर रहे थे इसी कार्य ने उन्हें संसद में काम करने के लिए केंद्र से बुलावा आया। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें चित्तौड़गढ़ की लोकसभा सीट से टिकट दिया। सीपी जोशी ने चुनाव लड़ा और उन्होंने शानदार जीत दर्ज की। चंद्र प्रकाश जोशी ने केंद्र सरकार में वाणिज्य की स्थाई समिति, एडवाइजरी कमेटी, संस्कृति मंत्रालय में भी काम किया। उन्होंने रेलवे से संबंधित स्थाई समिति, परिवार कल्याण की स्थाई समिति समेत कई संसदीय समितियों के सदस्य के रूप में काम किया।
विधानसभा चुनाव में क्या नया कारनामा करेंगे सीपी जोशी ?
साल 2019 के चुनाव में फिर से उन्होंने चित्तौड़गढ़ सीट से हुंकार भरी और शानदार जीत दर्ज की। तब से वे केंद्र सरकार में रहकर कामकाज संभाल रहे हैं लेकिन अब भाजपा की तरफ से उन्हें राजस्थान का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिससे पता चलता है किसी पर जोशी की भाजपा के प्रति वफादारी और अपने काम के प्रति इमानदारी केंद्र को काफी रास आ रही है। इसलिए उन्होंने राजस्थान जैसे बड़े प्रदेश की सियासत की कमान अब सीपी जोशी के हाथ में थमा दी है। अब देखना यह है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में सीपी जोशी क्या नया कारनामा करके दिखाते हैं। इस जिम्मेदारी से सीपी जोशी पर भाजपा के कई उम्मीदें टिकी हुई है।