अलवर। राजस्थान के अलवर में एक नवजात बच्ची को फेंकने का मामला सामने आया है। 5 से 7 दिन की नवजात बच्ची को केले के पत्तों में लपेट कर फेंक गए। वहां से गुजर रहे एक युवक ने नवजात के रोने की आवाज सुनकर वहां पहुंचा। वहां जाकर देखा तो नवजात बच्ची केले के पत्ते पड़ी हुई और मिट्टी से लथपथ मिली।
नवजात बच्ची से कुछ ही दूरी पर कुत्तों का झुंड भी खड़ा था। युवक के वहां पहुंचने में थोड़ा भी देर की होती तो नवजात बच्ची को कुत्ते खा सकते थे। युवक ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने नवजात बच्ची को सरकारी अस्पताल लेकर आई। जहां उसका इलाज चल रहा है। यह घटना अलवर के नौगावां में हाजीपुर गांव में जोहड़ के पास की है।
अस्पताल में दूसरी मां ने पिलाया दूध…
पुलिस जोहड़ में पड़ी मिली नवजात को सरकारी अस्पताल लेकर आई। यहां अस्पताल में पहले से भर्ती प्रसूता ने जब मिट्टी में लथपथ लेकर आई गई नवजात को दूध पिलाया तो वहां पूरा मौजूद सभी लोग ये दृश्य देखकर भावुक हो गए और महिला की खूब तारीफ की। बता दें कि महिला ने भी 2 दिन पहले ही बच्चे को जन्म दिया था। इसके बावजूद महिला ने लावारिश पड़ी मिली नवजात को अपना स्तनपान कराया।
फिर आशा वर्कर की अंगुली पकड़े रही नवजात बच्ची…
नौगांवा में आशा वर्कर राजवती ने बताया कि गुरुवार को अस्पताल में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम था। लेकिन, ड्यूटी के बाद भी दोबारा नवजात के पास अस्पताल में पहुंची। वहां डिलीवरी वाली महिला के पास में नवजात थी। फिर वह भी वहीं रुकी रही। जब मैंने नवजात बच्ची के हाथ लगाया तो उसने मेरी अंगूली पकड़ ली। काफी देर तक अंगूली नहीं छोड़ी। मुझे लग रहा था कि इसे सहारे की जरूरत है। मैं तब और अधिक भावुक हो गई। इसके बाद मैं वहां से तभी आई जब नवजात को फीडिंग करा दी गई। फिर अलवर लाया गया।
अब राजकीय शिशु केंद्र में है नवजात…
नवजात बच्ची अब राजकीय शिशु केंद्र में बिल्कुल स्वस्थ है। सीडब्ल्यूसी के प्रभारी राजेश शर्मा ने बताया कि नवजात के आने के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। अब नवजात के माता-पिता का पता लगाया जाएगा। वरना आगे गोद देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।