जयपुर: देश को मिल रहे नए संसद भवन को लेकर सियासी बवाल हो रहा है जहां 28 मई को भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं. वहीं कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने अब मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 19 राजनीतिक दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम का संयुक्त रूप से बहिष्कार का ऐलान किया है. कांग्रेस समेत कई दल संसद की नई बिल्डिंग का उद्घाटन पीएम से करवाने को राष्ट्रपति का अपमान करार दे रहे हैं.
अब इस मसले पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा है कि संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति को नहीं बुलाकर उनके पद की गरिमा को नुकसान पहुंचाया जा रहा है जिसको बनाए रखना हर किसी का कर्तव्य है. गहलोत ने कहा कि हमनें राजस्थान विधानसभा का उद्घाटन करते समय राष्ट्रपति से लेकर नेता प्रतिपक्ष और स्पीकर को बुलाया था. सीएम ने कहा कि नया संसद भवन गरिमा के साथ राष्ट्र को समर्पित होना चाहिए क्योंकि ऐसे भवन 100 साल में एक बार बनते हैं.
विपक्षी दलों की मांग उचित – गहलोत
गहलोत ने कहा कि नए संसद भवन को लेकर राहुल गांधी और अन्य दल मुद्दा बना रहे हैं जो उचित मांग है. सीएम ने कहा कि अभी भी देर नहीं हुई है और अगर सरकार की ओर से राष्ट्रपति को बुलाया जाता है तो उससे भवन की गरिमा बढ़ेगी.
इससे पहले गहलोत ने कहा था कि राष्ट्रपति ही देश के संवैधानिक प्रधान होते हैं, अतः संविधान के सम्मान, सदाचार व सदनों की मर्यादा के अनुरूप नए संसद भवन का उद्घाटन उन्हीं के द्वारा किया जाना उचित होगा. उन्होंने कहा था कि यदि इस प्रकार के कामों को राजनीतिक लाभ, प्रचार व श्रेय लेने की प्रवृत्ति की भेंट चढ़ाया गया तो यह वैश्विक स्तर पर देश की छवि को धूमिल करेगा.
पीएम मोदी के दौरे पर बोले गहलोत
वहीं पीएम मोदी के 31 मई को होने वाले अजमेर दौरे को लेकर गहलोत ने कहा कि अब राज्य में चुनाव है लिहाजा मोदी राजस्थान में आते रहेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी छोटे-छोटे चुनाव में जाते हैं, सीएम ने कहा कि हैदराबाद के नगर निगम चुनाव में अमित शाह ने जाकर रोड़ शो किया था.
सीएम ने कहा कि हाल में आए कर्नाटक के नतीजों में जनता ने बीजेपी को करारा जवाब दे दिया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के परिणामों से राजस्थान में एक नई शुरुआत होगी.