Hanuman Beniwal: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य दल भी अपनी गतिविधियों में सक्रिय होकर जनता की नब्ज टटोल रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी जयपुर में गुरुवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने विद्याधर नगर स्टेडियम में छात्र अधिकार युवा हुंकार महारैली का आयोजन किया.
बेनीवाल ने इस दौरान रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी-कांग्रेस के इतर आरएलपी को तीसरे विकल्प के तौर पर पेश किया और सूबे में व्यवस्था परिवर्तन का आह्वान किया. वहीं उन्होंने गहलोत सरकार को पेपर लीक, भ्रष्टाचार, कानून व्य़वस्था जैसे मुद्दों पर घेरा.
बता दें कि रैली के लिए खुद हनुमान बेनीवाल पिछले 10 दिनों में 8 अलग-अलग जिलों में सभाएं कर चुके हैं और बेनीवाल ने प्रदेश की युवा शक्ति को रैली में शामिल होने का आह्वान किया था. हालांकि रैली छात्रसंघ चुनावों को बंद करने के विरोध में थी लेकिन बेनीवाल ने रैली के जरिए 2023 के लिए भी हुंकार भरी.
गहलोत सरकार पर बरसे बेनीवाल
बेनीवाल ने कहा कि गहलोत सरकार ने छात्रसंघ चुनाव भले ही रोक लिया लेकिन युवा इस बार चुनावों में अपना वोट बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही नहीं डालते हैं तो युवा व्यवस्था परिवर्तन के लिए आरएलपी को वोट डालेंगे तो नए राजस्थान का निर्माण होगा.
बेनीवाल ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत राजस्थान के युवाओं के पीछे क्यों पड़े हैं. उन्होंने कहा कि जब दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव हो रहे हैं तो राजस्थान में क्यों नहीं करवाए गए.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं, बहन-बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है, अपराधी सरेआम सुपारी ले रहे हैं, ऐसे में नया मतदाता नया राजस्थान चाहता है. बेनीवाल ने कहा कि 2018 में बीजेपी और कांग्रेस को कोई बड़ा वोटबैंक नहीं मिला था और मैंने नई पार्टी होते हुए भी 80 लाख वोट ले लिए थे.
लाल डायरी का मुद्दा शांत क्यों?
बेनीवाल ने कहा कि वसुंधरा और गहलोत दोनों सरकारों में 2011 से लेकर 2022 तक 26 पेपर लीक हुए हैं जिनसे करीब 26 लाख युवा प्रभावित हुए हैं. गहलोत ने राजस्थान में पेपर लीक की दुकान खोल दी है और RPSC भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है.
उन्होंने कहा कि सेना के सम्मान पर आंच आई, मोदी सरकार अग्निवीर योजना लेकर आई तो हम उसके खिलाफ खड़े हो गए क्योंकि वो नौजवानों की बात थी. वहीं 3 कृषि कानून लाए गए जिनके खिलाफ राजस्थान से मैं शाहजहांपुर बॉर्डर पर बैठा और परोसी हुई थाली पर ठोकर मारी.
बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत बीजेपी के साथ मिलीभगत पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लाल डायरी का जिक्र इसलिए बंद हो गया क्योंकि उसके आगे के कुछ पन्नों पर बीजेपी नेताओं का नाम था, इसलिए लाल डायरी का मुद्दा उठाने वाले को किसी तीसरी पार्टी में जॉइन करवा दिया.
कब जागेगा पायलट का जमीर?
वहीं बेनीवाल ने सचिन पायलट के नई पार्टियों के आने के बयान पर काउंटर करते हुए कहा कि आपके कहने से एक कांस्टेबल नहीं लगता है, आपकी राजस्थान में कोई हैसियत नहीं है, आप फौज मार कप्तान हो. बेनीवाल ने कहा कि अगर पायलट के पिता मेहनत नहीं करते तो उन्हें आज कोई नहीं पूछता. गहलोत और पायलट दोनों ही फौज मार कप्तान है जो सिर्फ इस्तेमाल करना जानते हैं.
बेनीवाल ने कहा कि 2018 और 2020 में मैंने सचिन पायलट की दो बार मदद की लेकिन मुझे आज क्या मिला, मेरे लिए आवाज कौन उठा रहा है. उन्होंने कहा कि पायलट को सीएम बनाने के लिए आरएलपी के विधायकों का साथ देने की बात कही थी लेकिन आज उनको कोने में बिठा दिया गया है लेकिन उनका जमीर अभी तक नहीं जागा है. बेनीवाल ने कहा कि वसुंधरा पर पायलट ने आरोप लगाए लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ, आप लोगों को कितना बेवकूफ बनाओगे.