जयपुर। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में आ गए है। सांसद हनुमान बेनीवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कोर्ट ने राहुल गांधी को एक महीने का समय दिया गया था। लेकिन, आनन-फानन में राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना दुर्भाग्यपूर्ण है। जो गलती इंदिरा गांधी ने की थी वो ही गलती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे है। यह सिर्फ राहुल की सदस्यता की बात नहीं है। देश इमरजेंसी की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन,आरएलपी लोकतंत्र की हत्या बर्दाश्त नहीं करेगी।
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के सवाल पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि ने कहा कि अगर चुने हुए प्रतिनिधियों को दो साल से अधिक की सजा हो जाती है तो उसकी सदस्यता खत्म करने का अधिकार सुप्रीम कोर्ट और संसद को दिया हुआ है। लेकिन, दुर्भाग्य इस बात का है कि चुने हुए प्रतिनिधियों को एक महीने का समय मिलना चाहिए। एक महीने के अंदर हाईकोर्ट से उनकी अपील स्वीकार नहीं होती है तो सदस्यता रद्द की जा सकती थी। लेकिन, एक ही दिन में सदस्यता करना साफ संदेश है कि देश इमरजेंसी की तरफ जा रहा है।
बेनीवाल ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
बेनीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो गलती कभी इंदिरा गांधी ने की थी, वहीं गलती मोदी और इनके लोग कर रहे है। राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त करने का निर्णय लोकतंत्र और लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है। हमारी पार्टी लोकतंत्र की हत्या बर्दाश्त नहीं करेगी। विपक्ष इस मामले की निंदा करता है। ये जनप्रतिनिधों का अपमान है। इस धारा और एक्ट में संशोधन होना चाहिए। ये तय होना चाहिए कि क्राइम किस प्रकार का है। जो संगीन अपराध करता है, ऐसे लोग चुनाव नहीं लड़ पाए। लेकिन, जो जनता के लिए आंदोलन करता है तो उसमें अपील का प्रावधान होता है और उसमें छूट मिलनी चाहिए। इस अधिनियम की धाराओं में संशोधन होना चाहिए।
देश में कांग्रेस ने किया सत्याग्रह
लोकसभा की सदस्यता से राहुल गांधी की अयोग्यता को लेकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के नेता खुलकर राहुल के समर्थन में आगे आए हैं, वहीं विपक्ष के कई नेताओं ने भी राहुल को अयोग्य घोषित किए जाने को गलत बताया है। वहीं, राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा सत्याग्रह किया गया। जयपुर जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले कलेक्ट्रेट के बाहर सत्याग्रह किया गया।
इस दौरान मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हमला बोलते हुए कहा कि आरएसएस, भाजपा और मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या करने की चेष्टा कर रहे हैं। यही वजह है कि कोर्ट का फैसला आते ही आनन-फानन में राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर दी गई। जबकि 86 से ज्यादा पन्नों का फैसला लिखने और पढ़ने में समय लगता है। साथ ही यह फैसला गुजराती में दिया गया था। जिसके अनुवाद में समय लगता क्योंकि लोकसभा अध्यक्ष को गुजराती नहीं आती है। इससे लगता है कि लोकसभा अध्यक्ष के बगैर पढ़े ही फैसला कर दिया गया।