कोटा। राजस्थान के कोटा में मां-बेटे के सुसाइड का मामला सामने आया है। घटना के दो दिन बाद घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस जब वहां पहुंची तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो दोनों मां-बेटे के शव बेड पर पड़े हुए मिले। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखकर मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस की शुरुआती जांच में आर्थिक तंगी के चलते दोनों मां-बेटे के आत्महत्या की बात सामने आई है। हालांकि, पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। यह घटना कोटा के बोरखेड़ा इलाके की है।
बोरखेड़ा थानाधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि बोरखेड़ा 80 फीट रोड पर स्थित पुखराज डिवाइन मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के फ्लैट में सतविंदर कौर (50) अपने बेटे रोबिन (29) के साथ किराए पर रहती थी। पड़ोसियों ने बताया कि उन्होंने दोनों मां-बेटे को आखिरी बार गुरुवार को साथ देखा था। जिसके बाद से दोनों नजर नहीं आए। दो दिन से दोनों किसी का कॉल भी नहीं उठा रहे थे। फ्लैट से बदबू आने पर दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद सूचना देकर पुलिस के बुलाया गया था।
पुलिस टीम जब दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो दोनों के शव पड़े हुए मिले। संभावना जताई जा रही है की दो दिन पहले ही दोनों ने आत्महत्या कर ली थी। मां और बेटा किराए के फ्लैट में रहते थे। घटनास्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला है। लेकिन, रोबिन की एक डायरी मिली है, जिसमें उसके बिजनेस से संबंधित जानकारी दी गई है। डायरी में तारीख के साथ स्थान और इवेंट के बारे में जिक्र किया गया है।
बेटे ने डायरी में जिंदगी की घटनाओं का किया जिक्र
वहीं डिप्टी एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि रॉबिन के पास मिली डायरी में किसी भी तरह का सुसाइड का जिक्र नहीं है। बल्कि रॉबिन ने अपनी जिंदगी की बड़ी घटनाओं और उतार-चढ़ाव को लिखा है। ऐसे में इसे पढ़ने और एनालिसिस के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
बोरखेड़ा सीआई जितेंद्र सिंह ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर नोटबुक में बिजनेस में हुए नुकसान को लेकर बातें लिखी हुई हैं। इसके अलावा यह भी लिखा है कि हमने अपनी जिंदगी बहुत अच्छे से जी है। सबने समय पर बहुत मदद की है।
बोरखेड़ा सीआई जितेंद्र सिंह ने बताया कि सतविंदर कौर के पति की कोरोना काल में मौत हो गई थी। परिवार में ये दोनों मां-बेटे ही बचे थे। मृतका के पति का कोटा के गुमानपुरा में कपड़ों की दुकान और शराब का व्यवसाय था, जो बीमारी और निधन के बाद बंद हो गया था।
तीन दिन पहले ही मिलकर गया था भाई…
परिचितों ने बताया कि घटना के तीन दिन पहले गुरुवार शाम को सतविंदर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर रील पोस्ट की थी, जिसमें कविताएं थी। सतविंदर के परिचितों ने उसकी रील भी देखी थी। इसके बाद से सतविंदर और रॉबिन दोनों से ही कोई संपर्क नहीं हो पाया। सुसाइड वाले दिन सतविंदर का भाई भी मिलकर गया था तब भी उन्होंने कोई परेशानी शेयर नहीं की।
बताया जा रहा है कि रॉबिन पर कुछ कर्जा भी हो गया था। रुपए वापस लेने के लिए लोग उसे परेशान करते थे। इससे तंग आकर करीब एक साल पहले वह छोड़कर चला गया था। सेटलमेंट कर करीब छह महीने पहले ही दोनों मां बेटे कोटा वापस आए थे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि तंगी से परेशान हो कर दोनों आत्महत्या कर ली।