जयपुर। चुनाव आयोग के आदेशों के बाद आनन-फानन में सरकार द्वारा किए गए तबादलों में गफलत हो गई। सरकार ने एक ही पद पर दो-दो आरपीएस अफसरों को तो लगा ही दिया और खास बात है कि आईपीएस के पद एक आरपीएस को भी लगाकर अफसरों के बीच में अंदरूनी लड़ाई शुरू करा दी।
दरअसल 31 जुलाई को सरकार ने एडिशनल एसपी रेंक के अफसरों के तबादले किए थे। तबादला सूची में एडिशनल एसपी अवनीश शर्मा को आरएसी 5वीं बटालियन से राज्य आपदा प्रतिसाद बल (एसडीआरएफ) में कमांडेंट के पद पर लगा दिया। जबकि, एसडीआरएफ के गठन के दौरान बनाए गए नियमानुसार इस पद पर केवल आईपीएस अधिकारी को ही लगा सकते हैं।
इससे पहले अब तक इस पद पर आईपीएस अधिकारी ही तैनात रहे हैं। अवनीश शर्मा की पोस्टिंग के बाद आईपीएस अफसर अब तबादलों में हुई गफलत को लेकर पत्राचार करने लगे हैं। इस पद को लेकर पहले भी पंकज चौधरी का तबादला होने के बाद विवाद हो चुका है।
वर्ष 2016 में हुआ था गठन
प्रदेश में आपदा प्रबंधन व नियंत्रण के लिए वर्ष 2016 में एसडीआरएफ बटालियन गठन किया था और 800 जवानों की भर्ती की गई थी। एसडीआरएफ बटालियन की एडीजी रेंक के अफसर को जिम्मेदारी दी गई है, जबकि बटालियन के कामकाज को प्रभावी करने के लिए कमांडेंट पद पर आईपीएस अधिकारी को लगाए जाने के नियम बने थे। आरपीएस अधिकारी बटालियन में डिप्टी कमांडेंट व सहायक कमांडेंट के पद पर लगाया जाना था, लेकिन सरकार ने हाल ही में कमांडेंट के पद पर आरपीएस अवनीश शर्मा को लगा दिया।
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