जयपुर। विधानसभा में सोमवार को वीरांगना आंदोलन को लेकर हंगामा हुआ। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने शहीद रोहिताश लांबा की वीरांगना के देवर के नाते जाने का दावा किया और सांसद किरोड़ी लाल का एक्ट आतंकी जैसा बताया, तो बीजेपी विधायकों ने हंगामा कर दिया।
इस बीच राज्य सरकार ने कहा कि भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए यह मुद्दा उठा रही है। विपक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने शहीदों का अपमान किया है। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने भाजपा के व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
देवर पहले से ही है शादीशुदा
विधानसभा में हुई विशेष चर्चा में धारीवाल ने कहा कि देवर तो पहले से शादीशुदा था। उसके दो बच्चे हैं। फिर भी वो उसके नाते चली गई। अब नाते जाकर कहती है कि मेरे देवर को नौकरी दो। भाई वाह, अजीब तमाशा है। देवर को नौकरी दो। कहीं ऐसा हुआ है। नियम के तहत जिसे नौकरी मिलनी होगी, उसेमिलेगी। जो शहीद हुए, उसके दोनों बच्चे मौजूद हैं।
वीरांगनाओं का चरित्र हनन कर रही सरकार: राठौड़
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शहीदों के परिवारों को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। मंत्री एक वीरांगना के लिए कह रहे हैं कि वो नाते चली गई। बहुत गलत है। आप मेरा इस्तीफा रख लीजिए। मंत्री जी, क्या आप में थोड़ी बहुत शर्म नहीं है? एक वीरांगना का चरित्र हनन करेंगे। आपके पास क्या सबूत है कि नाते चली गई? राठौड़ ने धारीवाल से कहा कि आप एक सांसद को आतंकी कह रहे हैं। वे वही मांग रहे हैं, जो सरकार के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया था।