भीलवाड़ा। हमारा दामाद भेरू सिंह (25) शादी से पहले आसींद में ई-मित्र चलाता था। अब वह कोई काम नहीं करता है। मेरी बेटी नीतू (22) MA तक पढ़ी लिखी थी। वे दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे और शादी करना चाहते थे।
इसलिए मैंने मेरी बेटी की खुशी को देखते हुए परिवार को सहमत कर 2 साल पहले अरेंज मैरिज की थी, लेकिन मुझे क्या पता था कि मेरा दामाद मेरी बेटी को धोखा देगा। भेरूसिंह का दूसरी जगह अफेयर था। इसके चलते वह बेटी के साथ मारपीट करने लगा था और अब मेरे दामाद और उसके परिवार ने मेरी बेटी की जान ले ली। यह कहते हुए एक पिता अपनी बेटी की मौत के बाद रोते हुए बिलख पड़ा…।
शनिवार को एक विवाहिता की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मृतका के पिता ने दामाद और उसके ससुराल वालों के खिलाफ बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने, मारपीट करने और उसकी हत्या कर देने के आरोप लगाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला भीलवाड़ा के आसींद इलाके के गांव नेगड़िया का है।
जानकारी के अनुसार, नीतू के पिता शंभू सिंह ने बताया कि दो साल पहले उन्होंने उनकी बेटी नीतू की शादी भेरू सिंह से की थी। शादी के 6 महीने तक सब कुछ ठीक-ठाक चला। दोनों की शादी को अभी 6 महीने ही हुए थे कि रिश्तों में खटास आ गई। इसके बाद मेरे दामाद भेरू सिंह का दूसरी जगह अफेयर चलाने लगा। इसके चलते वह बेटी के साथ मारपीट करने लगा था और दोनों में हमेशा अनबन होती रहती थी। विवाद बढ़ने के बाद नीतू दरीबा (राजसमंद) आ गई थी।
6 महीने से वह हमारे पास थी। 10 दिन पहले थाने और समाज के लोगों ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया और बेटी नीतू को ससुराल नेगड़िया भेजा था। शुक्रवार शाम नीतू के पेट में दर्द हुआ। उसकी सास और अन्य परिजन डॉक्टर के पास ले गए। प्राथमिक उपचार व इंजेक्शन दिए। झाड़ फूंक करवाई गई, देवी-देवता के पास ले गए। शनिवार दोपहर को आसींद हॉस्पिटल ले गए। वहां से उसे भीलवाड़ा महात्मा गांधी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। भीलवाड़ा हॉस्पिटल में शनिवार को नीतू की मौत हो गई। इसके बाद उसके ससुराल वालों ने हमें नीतू की तबीयत बिगड़ने और भीलवाड़ा ले जाने की सूचना दी। मैं अपनी पत्नी प्रेम कंवर, छोटी बेटी मैना कंवर और दामाद राजसमंद से शनिवार शाम भीलवाड़ा पहुंचे। वहां नीतू की मौत हो चुकी थी।
बेटी की मौत के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा….
नीतू की मौत के बाद गुस्साए पीहर पक्ष के लोगों ने भीलवाड़ा जिला हॉस्पिटल में हंगामा किया। नीतू को लेकर आई उसकी सास व अन्य साथ आए लोगों के साथ गाली गलौज की। ससुराल पक्ष पर बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने, मारपीट करने और उसकी हत्या कर देने के आरोप लगाए। हॉस्पिटल के बाहर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भी नहीं ले जाने दिया। बाद में अन्य परिजनों व पुलिस की समझाने पर हंगामा थोड़ा शांत हुआ। नीतू के परिजनों ने पुलिस में ससुराल पक्ष के खिलाफ अपनी बेटी को जहर देकर मारने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई।
उधर, ससुराल पक्ष ने नीतू की मौत के आरोप को बेबुनियाद बताया। नीतू की सास पारसी देवी और उसके बेटे महेंद्र सिंह ने कहा- सारे आरोप गलत है। नीतू 10 दिनों से अपने ससुराल में थी और आराम से रह रही थी। शनिवार को अचानक तबीयत ज्यादा खराब हो गई। आसींद में डॉक्टर को दिखाया, इंजेक्शन भी लगाए गए और भीलवाड़ा रेफर किया। यहां हॉस्पिटल में उसने दम तोड़ दिया। फिलहाल, भीलवाड़ा पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा आसींद पुलिस को सूचित किया है। आसींद पुलिस के आने पर शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
(इनपुट-जयेश पारीक)