चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में रिश्तों को तार-तार कर देने वाली घटना समाने आई है। बहू से उसी के ससुर और देवर ने हैवानियत करते हुए हवस का शिकार बनाया। ससुर और देवर की इस जबरदस्ती से 4 बार गर्भ ठहर गया, लेकिन जब एक बच्चे को जन्म दे दिया, तो उसे मारपीट कर घर से बेदखल कर दिया।
चार बार प्रेग्नेंट होने के बाद उसका अबॉर्शन करवा दिया। लेकिन, विवाहिता ने जब एक बार बच्चे को जन्म दिया तो उसके साथ मारपीट करके उसे घर से निकाल दिया। महिला ने थाने में रिपोर्ट दी, जिसके बाद ससुर, देवर, ननद, सास, पति सहित सात जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। यह घटना डूंगला थाना क्षेत्र की है।
डूंगला थानाधिभारी देवेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। महिला ने अपने ही ससुराल वालों पर आरोप लगाया है। महिला ने शिकायत में बताया कि करीब 8 साल पहले उसके मामा ने प्रतापगढ़ जिले के धरियावद क्षेत्र में उसकी शादी करवाई थी। महिला का आरोप है कि एक साल पहले उसका पति कुवैत में काम करने चला गया। पीछे से उसके ससुर और देवर ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। विवाहिता बार बार विरोध करने के बाद भी आरोपी ससुर और देवर उसे जान से मारने की धमकी देते और उसके साथ दुष्कर्म करते।
सास से मांगी मदद तो बदले में मिली डांट…
इस बारे में जब महिला ने अपनी सास को बताया तो उन्होंने भी अपने ही परिवार का साथ दिया। महिला ने आरोप लगाया की वो चार बार गर्भवति हुई, लेकिन उसकी ननद द्वारा धरियावद के एक हॉस्पिटल में उसका अबॉर्शन कराया गया। महिला ने एक बार अबॉर्शन कराने से इनकार कर दिया और बच्चे को जन्म दिया।
महिला ने पति पर भी लगाया आरोप…
महिला का आरोप है कि बच्चे को जन्म देने के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोगों ने मारपीट कर उसे उसके मामा के घर भेज दिया। ससुराल वालों ने उसके बच्चे को 2 हजार रुपए में बेच दिया। विवाहिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे को जैसे तैसे लेकर आई। लेकिन उसके पति ने भी उसका साथ नहीं दिया। विवाहिता ने थाने में अपनी और परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।