टोंक। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 19 जिलों और 3 संभागों की घोषणा के बाद प्रदेश के कई कस्बों, तहसीलों में भी अब उनके क्षेत्र को जिला बनाने की मांग तेज हो गई है। इस क्रम में अब टोंक का मालपुरा भी शामिल हो गया है। मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर कोर कमेटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
जिला नहीं बनाने की दशा में भौगोलिक स्थिति से भी न हो छेड़छाड़
दरअसल अशोक गहलोत टोंक में वनस्थली विद्यापीठ के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे। यहां मालपुरा को जिला बनाओ कमेटी के 4 सदस्य सीएम से मिलने पहुंचे। सीएम गहलोत ने उनसे मुलाकात की। कमेटी के सदस्यों ने गहलोत को मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा और कहा कि मालपुरा को जिला नहीं बनाने की दशा में उसकी भौगोलिक स्थिति से छेड़छाड़ भी नहीं की जाएगी।
मालपुरा को जिला बनाओ कोर कमेटी के सदस्य रवि कुमार जैन, प्रेम प्रकाश सैनी, विवेक व्यास और गोपाल चौधरी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि अगर भविष्य में इसे जिला नहीं बनाया जाता है तब तक जिन जिलों की घोषणा हुई है उसमें मालपुरा को शामिल करने या नहीं करने को लेकर उसकी भौगोलिक स्थिति से छेड़छाड़ भी ना की जाए।
4 जनप्रतिनिधियों ने दिया इस्तीफा
बता दें कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के पहले मालपुरा को जिला बनाओ कोर कमेटी की बैठक का आयोजन भी हुआ था। विजयवर्गीय सेवा सदन में आयोजित इस बैठक में मालपुरा की जनता भी शामिल हुई थी। बैठक में चार जनप्रतिनिधियों ने भी अपने इस्तीफे कोर कमेटी को सौंप दिए।जिसमें भरत राज, गोपाल गुर्जर, भवन भोपाल और रूपचंद शामिल हैं।