बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले में आत्महत्या और सामूहिक आत्महत्या की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। आए दिन जिले में हो रही आत्महत्याओं की घटनाओं ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। गुरुवार को एक बार फिर प्रेम प्रसंग के चलते सामूहिक आत्महत्या कर ली। जिले के धोरीमन्ना क्षेत्र के मांगता गांव में एक प्रेमी युगल ने प्राइमरी स्कूल की चारदीवारी में नीम के पेड़ से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। एक साथ युवक-युवती के आत्महत्या करने से इलाके में हड़कंप मच गया। सुसाइड करने से पहले दोनों युवक-युवती ने वॉट्सएप पर एक-दूसरे की फोटो का स्टेटस भी लगाया था।
जानकारी के अनुसार, धोरीमन्ना थानाक्षेत्र के मांगता गांव में गुरुवार सुबह जब दोनों युवक-युवती घरवालों को नहीं मिले, तो परिजन ढूंढते हुए गांव में पहुंचे। यहां की सरकारी स्कूल में नीम के पेड़ पर कपड़े के फंदे से दोनों के शव लटके हुए मिले।
धोरीमन्ना थाना पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मांगता निवासी खुशी (19 साल) पुत्री नरेश कुमार और ओमप्रकाश (21 साल) पुत्र बाबूलाल दोनों के बीच पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के घर की दूरी करीब आधा किलोमीटर ही है। दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे। दोनों के घरवालों उनके रिश्ते के खिलाफ थे। ऐसे में दोनों रात को ही अपने घर से निकल कर गांव में बने सरकारी प्राइमरी स्कूल में आ गए थे। आशंका है कि दोनों देर रात के बाद स्कूल में ही रुके हुए थे। वहीं से दोनों ने एक-दूसरे के सेल्फी लेकर अपने-अपने वॉट्सएप स्टेट्स पर लगाया। इसके बाद कपड़े की थैलियों से रस्सी बनाई और फंदा बनाकर स्कूल में लगे नीम के पेड़ से लटक गए और जान दे दी।
सुबह जब मृतक ओमप्रकाश की मां उठी, तो वह घर में नहीं था। इसके बाद वह अपने लड़के को ढूंढते-ढूंढते सुबह पांच बजे स्कूल में पहुंची। यहां खुशी और ओमप्रकाश के शव लटकते हुए देख चिल्लाने लगी। इस पर आस-पास के लोग भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि दोनों के शवों को धोरीमन्ना अस्पताल की मोर्चरी में ले जाया गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
युवती की हो रखी थी सगाई…
धोरीमन्ना थाने के एएसआई लाखाराम ने बताया कि खुशी 12वीं पास हैं। करीब साल भर पहले ही खुशी की बाड़मेर के पास सम्मों की ढाणी गेहूं में सगाई हो रखी थी। वहीं ओमप्रकाश भी बीए पास है। मृतक ओमप्रकाश प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। ओमप्रकाश के पिता बाबूलाल आर्मी में हैं। फिलहाल वो अभी छत्तीसगढ़ में तैनात हैं।