Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने राजस्थान में तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस ने गुरुवार को राजस्थान में 6 उम्मीदवारों की घोषणा की है। कांग्रेस ने तीसरी लिस्ट में श्रीगंगानगर से कुलदीप इंदौरा को टिकट दिया गया है। जयपुर से सुनील शर्मा, पाली से संगीता बेनीवाल, बाड़मेर-जैसलमेर से उम्मेदाराम बेनीवाल और झालावाड़-बारां से उर्मिला जैन भाया को टिकट दिया गया है।
उर्मिला जैन भाया पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी हैं। कांग्रेस ने उर्मिला जैन को प्रत्याशी बनाने के बाद यहां की सीट पर लोकसभा चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है। क्योंकि उर्मिला जैन भाया वर्तमान में जिला प्रमुख के पद पर तैनात हैं। बता दें कि साल 2009 के लोकसभा चुनाव में प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन भाया को झालावाड़ बारां में मात मिली थी। वहीं कांग्रेस ने एक बार उर्मिला जैन भाया पर विश्वास जताते हुए उन्हें झालावाड़ बारां को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। इधर, उर्मिला जैन भाया को टिकट मिलने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।
झालावाड़ बारां सीट पर पत्नी और बेटे में मुकाबला
वहीं बीजेपी ने पहली सूची में दुष्यंत सिंह के नाम की घोषणा कर दी थी। दुष्यंत सिंह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे हैं। बीजेपी के दुष्यंत सिंह को प्रत्याशी बनाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता उर्मिला जैन भाया को दुष्यंत सिंह के सामने प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहे थे। अब तय हो गया कि झालावाड़ बारां में पत्नी बनाम बेटा की जंग देखने को मिलेगी।
कांग्रेस ने झालावाड़ बारां और कोटा बूंदी सीट को होल्ड पर रखा था। कोटा बूंदी संसदीय क्षेत्र से एक दिन पहले कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल की मजबूत दावेदारी मानी जा रही है। बीजेपी गुंजल के मामले में सीधे बोलने से बच रही है।
पति-पत्नी को करना पड़ा था हार का सामना
बता दें कि 2009 में उर्मिला जैन भाया को दुष्यंत सिंह के खिलाफ 52 हजार 841 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। 2014 में पति प्रमोद जैन भाया भी कांग्रेस के टिकट पर झालावाड़ बारां से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। पति और पत्नी दोनों को दुष्यंत सिंह के सामने हार का सामना करना पड़ा है। प्रमोद जैन भाया को 2 लाख 81 हजार 546 वोटों से हार मिली थी।
8 में से 7 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा
झालावाड़ बारां लोकसभा सीट पर कांग्रेस के लिए अभी भी चुनौती कम नहीं है। 8 में से 7 विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। इनमें झालरापाटन, अंता, बारां, डग, मनोहर थाना, छाबड़ा और किशनगंज से बीजेपी के विधायक हैं। केवल खानपुर विधानसभा की सीट कांग्रेस के पास है।
लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे दुष्यंत सिंह की झालावाड़ बारां लोकसभा सीट पर स्थिति मजबूत मानी जाती है। वसुंधरा राजे के नाम का पूरा सहारा बेटे को मिलता है। ऐसे में कांग्रेस के सामने इस बार भी कड़ी चुनौती है। वसुंधरा राजे झालावाड़ का दौरा कर चुकी हैं। ऐसे में झालावाड़ बारां लोकसभा सीट जीतने के लिए कांग्रेस को कड़ी टक्कर देनी होगी।