कोटा। राजस्थान के कोटा में एक नाबालिग छात्रा के सुसाइड करने का मामला सामने आया है। पिता ने मोबाइल गेम खेलने से मना किया तो छात्रा ने गुस्से में फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस ने रविवार को मृतका का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। यह मामला बोरखेड़ा के बजरंग नगर का है।
सीआई जितेंद्र सिंह ने बताया कि बोरखेड़ा थाने क्षेत्र के बजरंग नगर निवासी बनवारी लाल की बेटी कृपांशी (15) शनिवार को मोबाइल पर गेम खेल रही थी। बनवारी लाल प्राइवेट काम करते हैं। शनिवार की काम पर जाना था। इसलिए उन्होंने बेटी कृपांशी से मोबाइल मांगा और उसे डांट दिया। उन्होंने कहा कि दसवीं क्लास के तैयारी करो, एग्जाम आने वाले है। पिता की डांट से कृपांशी नाराज हो गई और मोबाइल देकर कमरे में चली गई।
खाने के लिए बुलाने पर घटना का लगा पता…
काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई। रात करीब 8 बजे उसे खाने के लिए आवाज लगाई, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद घरवालों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन गेट नहीं खोला। इस पर घरवालों को आशंका हुई। उन्होंने पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा तोड़कर देखा तो अंदर कृपांशी फंदे पर झूलती हुई थी। परिजनों ने उसे फंदे से नीचे उतार कर एमबीएस अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
कई बार हो जाती थी नाराज, इसलिए नहीं दिया ध्यान…
थाने के हैड कांस्टेबल द्वारका लाल ने बताया कि 10वीं कक्षा की छात्रा ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है। परिजनों से जानकारी लेने पर सामने आया है कि कृपांशी को कई बार मोबाइल पर गेम खेलने और वीडियो देखने को लेकर पिता डांट दिया करते थे। इससे वह नाराज हो जाती थी। कुछ देर बाद गुस्सा खत्म होने पर फिर घरवालों से बात कर लिया करती थी, लेकिन शनिवार शाम को भी पिता ने डांटा तो वह नाराज होकर कमरे में चली गई। ऐसे में घरवालों को लगा ही नहीं कि वह सुसाइड जैसा कदम उठा लेगी। पुलिस ने बताया कि पिता की डांट से ही छात्रा के सुसाइड की बात सामने आई है। इसके अलावा कोई दूसरा कारण अभी सामने नहीं आया है। इधर, घरवालों ने मामले में कोई बात करने से साफ मना कर दिया।