कैलादेवी का लक्खी मेला परवान चढ़ा, नवरात्रि के पहले दिन 6 लाख श्रद्धालुओं ने माता के दर पर मत्था टेक मांगी मन्नत

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन बुधवार को 6 लाख श्रद्धालुओं ने कैला माता के दर पर मत्था टेककर मनौती मांगी।

Kaila Devi Lakhi Fair | Sach Bedhadak

करौली। उत्तर भारत का प्रसिद्ध कैलादेवी का लक्खी मेला अब अपने पूरे परवान पर चढ़ गया है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन बुधवार को 6 लाख श्रद्धालुओं ने कैला माता के दर पर मत्था टेककर मनौती मांगी। सुबह से ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली सहित कई राज्यों के विभिन्न शहरों से लाखों श्रद्धालुओं का पैदल पहुंचने का सिलसिला जारी है। कैला देवी के लक्खी मेले में चौथे दिन तड़के से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। वहीं, कैलामैया के जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया है।

मंदिर मेला ट्रस्ट मेला अधिकारी ने बताया कि मंदिर में चैत्र नवरात्रि के पहले दिन 6 लाख श्रद्धालुओं ने माता के दरबार की चौखट पर मत्था टेककर सुख समृद्धि की कामना की। 19 मार्च से शुरु हुआ माता का मेला 4 अप्रैल तक भरेगा। पिछले तीन दिन में 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कैलामैया के दर्शन किए थे। इसके साथ ही 40 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया था। वहीं, आज सुबह से अब तक 6 लाख से अधिक श्रद्धालु माता के दर्शन कर चुके है।

शहर की सड़कें श्रद्धालुओं की भीड़ से अटी हुई नजर आ रही है। भरतपुर जिले के बयाना से हिण्डौन एवं हिण्डौन से करौली- कैलादेवी मार्ग पर पदयात्री वाहनों पर सजे माता के मंदिर, डीजे पर नाचते हुए साईकिलों, मोटरवाईकों, रिक्सों, ठेलों आदि साधनों के माध्यम से आ रहे है और पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं का सैलाव उमड़ रहा है। मंदिर ट्रस्ट की तरफ से 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। जगह-जगह पर पानी की व्यवस्था की गई है।

यात्रियों को दर्शनों के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंदिर ट्रस्ट की तरफ से यात्रियों के लिए निशुल्क रुकने ठहरने की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही साफ सफाई के लिए अतिरिक्त सफाई कर्मियों की व्यवस्था की गई है जो लगातार सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। कालीसिल नदी पर श्रद्धालुओं के साथ कोई घटना ना हो इसलिए गोताखोर नियुक्त किए गए हैं।

जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही यातायात के लिए 600 से अधिक राजस्थान रोडवेज की बसें लगाई गई है। मार्ग में चिकित्सा, पेयजल एवं सफाई की व्यवस्था की है। मेले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाने के लिए उपखण्ड अधिकारी करौली दीपांशु सागवान को मेला मजिस्ट्रेट और आरएएस अधिकारी यशवंत मीणा और सहायक कलेक्टर प्रीति चक को सहायक मेला मजिस्ट्रेट बनाया गया है। साथ ही यात्रियों की सुविधाओं के लिए नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। मेले परिसर में चौबीस घण्टे विद्युत सप्लाई, पेयजल, साफ-सफाई की व्यवस्था की गई है।

(सागर शर्मा)

ये खबर भी पढ़ें:-Chittorgarh: प्रदेश के अमीर मंदिरों शुमार सांवलिया सेठ का दानपात्र 15 दिन में खुला, आया करोड़ों का चढ़ावा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *