जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में पुलिस को चोरी के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पोकरण पुलिस ने साल 2023 की सबसे बड़ी नकबजनी का 13 दिन बाद पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए बावरियां गैंग की मुख्य सरगना लक्ष्मादेवी महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी महिला से 42 तोला सोने के आभूषण भी बरामद किए है। पुलिस ने वारदात में उपयोग में ली एक ब्रेजा कार को जब्त किया है।
जैसलमेर एसपी भंवरसिंह नाथावत ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि बावरियां गैंग की मुख्य सरगना लक्ष्मादेवी नामक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी से कार में रखे पत्थर फेंकने में प्रयोग होने वाला गुलेल और ताला तोड़ने में प्रयुक्त होने वाला प्लास बरामद किया गया है। बावरिया गैंग गुलेल को हथियार के रूप में काम लेती है। आरोपी महिला के खिलाफ एक दर्जन से अधिक अपराध के मामले दर्ज है। पुलिस आभूषण बरामदगी व फरार चल रहे आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
बता दें कि 3 मार्च को चैन विहार कॉलोनी निवासी आरब खां ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। व्यक्ति ने शिकायत में बताया कि वह परिवार के साथ चैन विहार कॉलोनी पोकरण में रहता है। 2 मार्च की सुबह उसका पूरा परिवार शादी में शामिल होने के लिए सनावड़ा गया था। शाम करीब 7 बजे वापस आने पर घर के मुख्य गेट का ताला टूटा हुआ मिला। अंदर जाकर घर को देखा तो अलमारी से 21तोला सोने की आड़, साढ़े तीन तोला डोरा, दो तोला का डोरा, डेढ़ तोला की अंगूठी, डेढ़ तोले की दो झुमका जोड़ी, आठ तोला बाजूबंद, 2 तोला फिनची, आधा तोला हारिया, ढाई तोला पत्ता जोड़ी, कुल 42 तोला सोना सोने के आभूषण चुराकर चोर फरार हो गए थे। जिसकी बाजार किमत 25 लाख से अधिक है। चोरी की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। जिसमें 1 महिला व 1 पुरूष चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे वहीं 1 चोर बाहर निगरानी रख रहा था।
शहर में दिनदहाड़े हुई नकबजनी की बड़ी वारदात होने पर एसपी भंवरसिंह नाथावत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तकनीकी उपकरणों व मुखबिरों के सहयोग से अलग-अलग पुलिस की 5 टीमें बनाकर प्रदेशभर में तलाश शुरू की। जिस पर आखिरकार पुलिस को सफलता हाथ लग गई।
जिसमें अनुसंधान अधिकारी एएसआई खेतसिंह मय पुलिस जाब्ता ने चोरी की वारदात करने में प्रयुक्त ब्रेजा कार घटना के बाद जाने का रूट ढूंढते हुए घटनास्थल से फुलेरा जयपुर तक करीबन 400 किमी तक के एरिया में विभिन्न संभावित मार्गों पर 200 से अधिक स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर रूट बनाकर आरोपियों की पहचान की थी।
पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस द्वारा पीछा करने की भनक लगते ही आरोपी महिला अपनी कार चलाकर फरार हो गई। पुलिस टीम ने करीब 50 किलोमीटर तक पीछा कर आरोपी लक्ष्मा देवी पत्नी दानाराम उर्फ धारासिंह बावरिया निवासी फुलेरा पुलिस थाना फुलेरा जयपुर को नामजद कर उसकी गिरफ्तार किया। पुलिस ने गैंग की महिला लक्ष्मा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे 6 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया।