भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में पुलिस मुख्यालय सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। भीलवाड़ा पुलिस ने गंगापुर थाना क्षेत्र में नशे की बड़ी खेप पकड़ी है। उड़ीसा के विशाखापट्टनम से लाया जा रहा 182 किलो गांजा जब्त किया है। पुलिस ने गांजा तस्करी करते हुए 5 तस्करों को गिरफ्तार किया है।
बरामद गांजे की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1. 83 करोड़ रुपए है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, क्राइम दिनेश एमएन के निर्देशन में सीआईडी क्राइम ब्रांच जयपुर की टीम द्वारा अवैध मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ लगातार बड़ी-बड़ी कार्रवाइयां की जा रही हैं। इसी क्रम में रविवार को टीम द्वारा भीलवाडा जिले के गंगापुर थाना क्षेत्र में उड़ीसा के विशाखापट्टनम से तस्करी कर लाया गया 182 किलो गांजा बरामद किया है। पुलिस ने तस्करी के आरोप में 5 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तस्करों से 2 गाड़ियां भी जब्त की है।
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि सीआईडी (क्राइम ब्रांच) जयपुर टीम को सूचना मिली कि लग्जरी कारों में उच्च क्वालिटी गांजे की तस्करी कर भीलवाड़ा लाया जा रहा है। गांजा तस्करी की सूचना पर एडि. एसपी नरोत्तम वर्मा के सुपरविजन में सीआई रामसिंह नाथावत की टीम ने भीलवाड़ा के गंगापुर में कार्रवाई की। सीआईडी टीम ने घेराबंदी कर संदिग्ध दोनों लग्जरी कार को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान दोनों कारों से तस्करी कर लाया गया गांजा मिला। क्राइम ब्रांच ने दोनों कारों के अंदर से 182 किलो गांजा जब्त किया गया। क्राइम ब्रांच ने कार सवार पांचों तस्करों को गिरफ्तार किया।
पांच तस्करों को किया गिरफ्तार…
तस्करों में शिव लाल जाट पुत्र डाल चंद निवासी काबरी महादेव थाना कुवारिया जिला राजसमंद, संजय जाट पुत्र सुखलाल निवासी छेड़ थाना गंगापुर जिला भीलवाड़ा, राजेंद्र उर्फ राजू जाट पुत्र गोपी लाल जाट निवासी झाडोला थाना रायपुर जिला भीलवाड़ा, लोकेश जाट पुत्र जयसिंह निवासी केमुनिया थाना रायपुर जिला भीलवाड़ा, निर्मल आचार्य पुत्र प्रेम चंद निवासी भीलवाड़ा को अवैध मादक पदार्थ समेत गिरफ्तार कर तस्करी में प्रयुक्त की गई दो गाड़ी जब्त की गई। मामले में पुलिस थाना गंगापुर में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान जारी है।
कार्रवाई में पुलिस टीम भी रही शामिल…
क्राइम ब्रांच के साथ इस कार्रवाई में सीआई राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल शंकर दयाल शर्मा और महावीर सिंह, कांस्टेबल गोपाल लाल, विजय सिंह कांस्टेबल और रमेश की अहम भूमिका रही।
(इनपुट-जयेश पारीक)