Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है जहां शुक्रवार को जयपुर में कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई जिसमें टिकट वितरण, पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी देने सहित कर्नाटक मॉडल पर राजस्थान में चुनाव लड़ने पर मंथन किया गया. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और चुनावों के लिए सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री ने हाईकमान का मैसेज सूबे के नेताओं तक पहुंचाया है.
जहां प्रदेश नेताओं को एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने के साथ ही जमीनी स्तर पर अपनी टीम को सक्रिय करने को कहा गया है. वहीं कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनावों के लिए सितंबर के आखिर तक टिकटों की पहली सूची जारी कर देगी और कांग्रेस इस बार चुनाव प्रचार और चुनाव अभियान का आगाज भी जल्दी करने वाली है.
इसके साथ ही बैठक में तय किया गया कि 25 कांग्रेस नेता जिन्हें लोकसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षकों के तौर पर लगाया गया है वह 17 अगस्त को अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर फीडबैक लेंगे. बैठक के बाद सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर सरकार रिपीट करने का दावा किया.
वहीं चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए रखी गई बैठक में कांग्रेस के वाॅर रुम में महामंत्री केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे.
चुनावी रणनीति पर कांग्रेस का मंथन
बता दें कि जयपुर में लोकसभावार बनाए गए ऑब्जरवर्स और पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के साथ शुक्रवार को हुई बैठक में कांग्रेस ने आगामी चुनावी रणनीति को लेकर मंथन किया. बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार की योजनाओं पर चुनावी मैदान में उतरने जा रही है जहां प्रदेश में अमीर और गरीब के बीच लड़ाई है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी अमीरों के साथ है और हमारी पार्टी गरीबों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों को भटकाने का काम कर रही है लेकिन हम लोग उनकी बातों में विश्वास नहीं करेंगे और हम यह चुनाव जीतने जा रहे हैं.
प्रभार वाले क्षेत्रों में जाएंगे पर्यवेक्षक
वहीं बैठक के बाद राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जानकारी दी कि पर्यवेक्षक मधूसूदन मिस्त्री और 25 कांग्रेस नेता जिन्हें लोकसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षकों के तौर पर लगाया गया है उन्हें प्रभार वाले जिलों में जाने के आदेश दिए गए हैं जहां वह पूरे दिन रहेंगे और जनता की फीडबैक देंगे. इसके अलावा बैठक में सभी ने एक सुर में कहा कि गहलोत सरकार की योजनाओं और काम को लेकर हम लोगों के बीच जाएंगे.
वहीं टिकट वितरण को लेकर रंधावा ने बताया कि हम सितंबर के आखिरी या अक्टूबर के पहले हफ्ते में कांग्रेस के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर देंगे जिसमें युवाओं को तरजीह दी जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में हमेशा से ही जिताऊ चेहरे और काम को देखकर टिकट दिया जाता रहा है जहां सारे पैरामीटर देखने के बाद नाम फाइनल किए जाएंगे.
मिशन 156 के साथ होगी सरकार रिपीट
वहीं बैठक के बाद सीएम अशोक गहलोत ने बताया कि पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के लोग आने वाले दिनों में जिलों में जाने की जिम्मेदारी दी जाएगी जो वहां जाकर ब्लॉक, तहसील, पूर्व विधायक और पार्षदों से राय लेंगे. सीएम ने बताया कि कर्नाटक मॉडल पर ही राजस्थान में चुनाव लड़ा जाएगा जहां सितंबर के आखिर या अक्टूबर की शुरूआत में हम नामों की पहली सूची जारी कर देंगे.
गहलोत ने कहा कि हम सरकार रिपीट करवाने को लेकर एकजुट हैं बिना किसी मनमुटाव के काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान का चुनाव काफी अहम है जहां 2020 में सरकार गिराने की कोशिश करने वाली बीजेपी को यहां की जनता मुंहतोड़ जवाब देगी और जनता लोकतंत्र की हत्या करने वालों को सरकार रिपीट करवाकर सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि हमारे काम को लेकर जनता के बीच अच्छा माहौल है जहां हमारा मिशन 156 ही एक टारगेट है.