जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही सीएम अशोक गहलोत के प्रदेश भर में तूफानी दौरे चल रहे हैं जहां सीएम खुद अलग-अलग जिलों में जाकर खुद सरकार की योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं. वहीं 2023 के चुनावी घमासान में गहलोत मॉडल पर आगे बढ़ने के साथ अब कांग्रेस की ओर से संगठन के ढीले पेंच भी कसने की कवायद तेज हो गई है. मिली जानकारी के मुताबिक चुनावों में सत्ता और संगठन दोनों की भूमिकाओं को भुनाने की दिशा में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बुधवार को कांग्रेस वॉर रूम में विधायकों और मंत्रियों से मुलाकात कर रहे है.
इस बीच जानकारी मिली है कि विधानसभा चुनावों के मंथन के लिए जल्द ही सभी विधायकों का एक सम्मेलन बुलाया जा सकता है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस संगठन के 27 जिला सेनापतियों की लंबित सूची भी जल्द जारी हो सकती है.
बता दें कि बुधवार को पीसीसी वॉर रूम में सुखजिंदर सिंह रंधावा, गोविंद सिंह डोटासरा ने वन टू वन मंत्री मुरारी लाल मीणा, गोविंद राम मेघवाल, लालचंद कटारिया, विधायक रूपाराम, विधायक भरत सिंह से मुलाकात की. जानकारी के अनुसार प्रभारी कांग्रेस संगठन और सरकार के कामकाज को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
जून में हो सकता है सम्मेलन
बताया जा रहा है कि दो दिन चलने वाला विधायकों का यह सम्मेलन जयपुर में आयोजित किया जाएगा जो जून महीने में ही होने की संभावना है. विधायकों के इस सम्मेलन में चुनावी रणनीति सहित कई मसलों पर मंथन किया जाएगा जहां सीएम गहलोत और प्रभारी रंधावा विधायकों को संबोधित करेंगे. वहीं इस सम्मेलन में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहेंगे.
जल्द आ सकती है कांग्रेस जिलाध्यक्षों की लिस्ट
इसके अलावा जानकारी मिली है कि पिछले करीब 3 साल से राज्य संगठन में खाली चल रहे 27 जिलों में अध्यक्ष की नियुक्ति का रास्ता अब साफ हो सकता है जहां करीब 27 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा होगी. बताया जा रहा है कि केसी वेणुगोपाल के पास फाइनल लिस्ट पेंडिंग है जिसमें सिंगल नामों की सूची तैयार है.
मालूम हो कि पिछले साल उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के बाद से लगातार यह कहा जा रहा है कि जल्द ही संगठन के खाली पदों को भरा जाएगा. अभी जिला अध्यक्षों के पद पर बीकानेर देहात से बिशनाराम सिहाग, झुंझुनूं से दिनेश सुंडा, हनुमानगढ़ से सुरेन्द्र दादरी का नाम चल रहा है.
(इनपुट- दिनेश डांगी)