जयपुर: गहलोत सरकार में भ्रष्टाचार के आरोपों पर राजधानी में हुए बीजेपी के सचिवालय घेराव को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है जहां पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने एक प्रेस वार्ता कर कहा कि आज घेराव करने वाले नेताओं की जनता के सामने कलई खुल गई है और जनता को इनकी हकीकत पता चल गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के आज से प्रदर्शन में दावे के मुताबिक लोग नहीं पहुंचे और बीजेपी के नेता गहलोत सरकार की महंगाई राहत कैम्प में दी जा रही 10 योजनाओं का कोई विरोध नहीं कर पाए. डोटासरा ने कहा कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है.
वहीं उदयपुर से जयपुर के लिए रवाना होते समय सच बेधड़क से एक्सक्लूसिव बातचीत में सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी की आक्रोश रैली फेल रही, राजस्थान में सरकार रिपीट हो रही है.
‘भ्रष्टाचार का राग आलाप कर ली इतिश्री’
डोटासरा ने कहा कि मंच पर मौजूद नेताओं ने अपने भाषण के दौरान एक भी दम वाली बात नहीं बोली. उन्होंने कहा कि सिर्फ भ्रष्टाचार का राग को आलाप कर बीजेपी ने कार्यक्रम की इतिश्री कर ली और चुनावों के महज 4-5 महीने पहले भी बीजेपी नेताओं में एकजुटता नहीं दिख रही है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आ गया है लेकिन बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है और ना ही चुनाव में जाने के लिए कोई चेहरा. डोटासरा ने कहा कि पीएम मोदी का चेहरा भी अब फीका पड़ गया है.
‘इनके मंसूबे नहीं होंगे कामयाब’
डोटासरा ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले बार-बार ईडी का हल्ला मचाते रहे लेकिन अब तो राज्य में ईडी भी आ गई लेकिन हमें कोई फर्क नहीं पड़ा है. वहीं बीजेपी के घेराव पर उन्होंने कहा कि आज पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया गायब रहे और मंच पर एक भी ओबीसी नेता को नहीं बुलवाया गया. डोटासरा ने कहा कि जिन नेताओं ने मंच से भाषण दिया उनको जनता नकार चुकी है.
पीसीसी चीफ ने कहा कि बीजेपी के अंदर इतनी फूट है कि ये कभी एक नहीं हो सकते हैं और लगातार यह राजस्थान की छवि को बदनाम करने में लगे हुए हैं. डोटासरा ने कहा कि बीजेपी के सत्ता हासिल करने के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.