जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों की बिसात बिछने से पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इन दिनों धार्मिक रंग में रंगी है जहां राजे रविवार को ऋषिकेश में संत चिदानंद जी सरस्वती द्वारा आयोजित राम कथा में पहुंची. वहीं राजे ने ऋषिकेश में गंगा घाट पहुंचकर गंगा मैया का पूजन किया और इस अवसर पर पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज एवं कथा वाचक श्री मुरलीधर महाराज का सानिध्य लिया. राजे ने इस दौरान एक संबोधन में कहा कि हमारे जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं और जब चढ़ाव आएं तो हम बहुत खुश हो जाते हैं लेकिन जब उतार आए तो भगवान से भरोसा हटा लेते हैं जो कि गलत है.
राजे ने कहा कि हमें हर हाल में भगवान पर मजबूत भरोसा कायम रखना चाहिए. इसके साथ ही पूर्व सीएम ने राजस्थान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सूबे में सिंहासन के लिए संघर्ष चल रहा है जहां किस तरह अपने ही एक-दूसरे के पर तीर चला रहे हैं.
‘भगवान पर रखें भरोसा’
राजे ने कहा कि जब हमें लगता है कि सब कुछ खत्म होने जा रहा है तो उसी समय हमें भगवान बचा लेता है. उन्होंने कहा कि भगवान हमारे लिए एक सेफ्टी नेट की तरह काम करता है और वह हमें गिरते समय सम्भाल लेता है. राजे ने आगे कहा कि राम राज्य की कल्पना तभी साकार हो पाएगी जब धर्म और राजनीति एक साथ चले इसलिए राम को हृदय में बसा लीजिए और मन में राम नाम का जप कीजिए.
सूबे की सियासत पर साधा निशाना
वहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में वर्तमान सियासत में चल रहे सिंहासन के संघर्ष को लेकर कहा कि एक समय था जब पिता के आदेश पर भगवान राम सिंहासन छोड़ कर 14 वर्ष के लिए वनवास चले गए थे जिसके बाद भरत को सिंहासन पर बैठाने की भी तैयारी हुई, लेकिन उन्होंने त्याग की मिसाल पेश की और बड़े भाई राम की चरण पादुकाओं को सिंहासन पर रख कर ही शासन चलायाय
उन्होंने कहा कि रामायण काल के दौरान के उन दोनो भाइयों का त्याग देखिए और आज के समय में यहां हमारे राज्य में दोनो कैसे सिंहासन के लिए संघर्ष कर रहे हैं ये देखिए, कैसे एक-दूसरे पर तीर चलाए जा रहे हैं.
राम मंदिर पर आया राजे का बयान
वहीं वसुंधरा राजे ने राम मंदिर को लेकर कहा कि इतने सालों बाद आखिर आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानती हूं कि यहां पर बैठे कितने लोगों ने भगवान राम के मंदिर में जाकर उनके दिव्य दर्शन किए हैं लेकिन अब अगले साल से मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा जिसके बाद हर कोई वहां जाकर दर्शन कर सकता है.