जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज गया है जहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल के नेता जमीन पर चुनावी नब्ज टटोलने में लगे हैं. वहीं हर चुनाव की तरह इस बार भी अन्य दल चुनावी हुंकार भर रहे हैं जहां अभी मैदान में आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम दिखाई दे रहे हैं. आम आदमी पार्टी की ओर से श्रीगंगानगर में रविवार को एक बड़ी रैली की गई जहां आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने सूबे का चुनावी शंखनाद कर दिया.
हर बार की तरह केजरीवाल के निशाने पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों रही जहां उन्होंने दोनों दलों पर जनता को लूटने का आरोप लगाया. वहीं केजरीवाल ने प्रदेश में 300 यूनिट तक फ्री बिजली, मोहल्ला क्लिनिक, नौकरी, स्कूल और भ्रष्टाचार मुक्त राज्य का वादा किया. बताया जा रहा है कि केजरीवाल दिल्ली मॉडल पर भी राज्य के चुनावी घमासान में उतरना चाह रहे हैं लेकिन इस बार सीएम गहलोत ने सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं और वेलफेयर के ऐलान के चलते चुनावी माहौल थोड़ा टाइट कर दिया है.
नए राजस्थान का केजरीवाल का सपना
श्रीगंगानगर में रैली के दौरान केजरीवाल ने कहा कि हम राजनीति और भ्रष्टाचार नहीं जानते हैं और हम सिर्फ काम करने आए हैं जो काम हमारा दिल्ली हो या पंजाब में दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि मैं यहां नया राजस्थान बनाने का सपना लेकर आया हूं जहां 50 साल कांग्रेस ने राज किया और 18 साल तक बीजेपी ने लूटा.
वहीं भ्रष्टाचार पर सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि गहलोत ने विपक्ष में रहने के दौरान भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था लेकिन सत्ता में आने के बाद कोई भी एक्शन नहीं लिया क्योंकि यह दोस्ती की राजनीति करना जानते हैं लेकिन आप देशभक्ति की राजनीति करती है इसलिए राजस्थान की जनता उन्हें वोट दें.
300 यूनिट फ्री बिजली का ऐलान
वहीं केजरीवाल ने आगे कहा कि यदि सूबे में आम आदमी पार्टी की सरकार आती है तो लोगों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी. उन्होंने कहा कि गहलोत आप मॉडल की नकल कर रहे हैं लेकिन उनसे हो नहीं पा रही है और केजरीवाल ने गहलोत की घोषणाओं को चुनावी घोषणा बताया.
गौरतलब है कि केजरीवाल के ऐलानों का इस बार सामना गहलोत के वेलफेयर मॉडल से होने जा रहा है जहां राजस्थान सरकार ने राइट टू हेल्थ को कानून बना दिया है. वहीं सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की भी काफी चर्चा है. इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा को लेकर गहलोत लगातार जोर देते रहे हैं जहां शहरी मनरेगा योजना लागू की गई है.