Rajasthan 3rd Grade Teachers Transfer: राजधानी जयपुर के बिड़ला सभागार में मंगलवार को शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया जहां सीएम अशोक गहलोत ने 50 जिलों के 149 शिक्षकों को सम्मानित किया और ‘शिक्षक सम्मान’ पुस्तिका का भी विमोचन किया. वहीं सीएम ने थर्ड ग्रेड टीचर्स ट्रांसफर पर कहा कि यह बहुत बड़ी समस्या है और बिना किसी पॉलिसी के ट्रांसफर नहीं होने चाहिए.
वहीं गहलोत ने भोपाल में आयोजित 66वें राष्ट्रीय स्कूल टूर्नामेंट में व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले 6 खिलाड़ियों का सम्मान भी किया. इस दौरान संबोधित करते मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान अब काफी बदल चुका है और राज्य सरकार की योजनाएं देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल बन रही है.
थर्ड ग्रेड टीचर्स ट्रांसफर पर बोले गहलोत
वहीं थर्ड ग्रेड टीचर्स ट्रांसफर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि शिक्षकों की जिलेवार भर्ती होती है और शिक्षक ही जिला चुनते, लेकिन फिर कहते हैं सीकर, झुंझुनूं और जयपुर लगा दो. सीएम ने कहा कि यह बड़ी समस्या है, इस पर एक पॉलिसी बने और पब्लिक इंटरेस्ट में फैसला होना चाहिए ऐसे फैसले ना हों कि स्कूलें खाली हो जाए.
उन्होंने कहा कि टीचर्स का मुद्दा काफी बड़ा है ऐसे में मैं आप सभी का सहयोग चाहूंगा क्योंकि यह बहुत बड़ी समस्या है. सीएम ने कहा कि मान लीजिए अगर सरकार चुनाव से पहले 20 या 30 हजार के ट्रांसफर करती है तो लोग खुश हो जाएंगे लेकिन मेरा मानना है कि बिना किसी पॉलिसी के ट्रांसफर नहीं होने चाहिए.
वसुंधरा राजे से मिलीभगत पर बोले CM
गहलोत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने कई फैसले किए हैं और अब राजस्थान पहले वाला नहीं, अब बदल गया. उन्होंने कहा कि मिशन 2030 में सबसे बड़ी भूमिका शिक्षकों की है. वहीं अंग्रेजी भाषा को लेकर उन्होंने फिर कहा कि समय के साथ हमें भी बदलना होगा जहां पहले मैं अंग्रेजी के खिलाफ था लेकिन अब मैं ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोल रहा हूं.
वहीं ओपीएस को लेकर सीएम ने कहा कि मैंने भी म्यूचुअल फंड में पैसे लगाए थे लेकिन 5 साल बाद भी बमुश्किल मूल ही मिला इसलिए OPS की योजना मानवीय दृष्टिकोण से लागू की गई है. इसके अलावा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से मिलीभगत पर उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं मैं और वसुंधरा जी मिले हुए हैं लेकिन वसुंधरा जी ने तो मेरी योजनाएं बंद कर दी थी. बताइए कहां से हम मिले हुए हैं?
प्रदेश में बदली शिक्षा की तस्वीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि समय के साथ बदलाव आवश्यक है, राज्य सरकार ने वर्तमान समय में अंग्रेजी भाषा के महत्व को समझते हुए राज्य में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले हैं जहां इन विद्यालयों में वर्तमान में 6 लाख से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. वहीं राज्य में विश्वविद्यालयों की संख्या 90 से अधिक हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि राज्य में अब उच्च अध्ययन के लिए ट्रिपल आईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थानों के साथ ही आयुर्वेद युनिवर्सिटी, लॉ युनिवर्सिटी, पत्रकारिता युनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज आदि संस्थान उपलब्ध हैं, जिसके चलते विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है.
सकारात्मक सोच के साथ हो रहा काम
वहीं गहलोत ने कहा कि हम सकारात्मक सोच के साथ काम कर रहे हैं और महात्मा गांधी की सोच के अनुरूप अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रखकर राज्य सरकार अपनी योजनाएं तैयार कर रही है जिनसे हर वर्ग को राहत मिल रही है. बता दें कि इस दौरान सीएम ने शाला दर्पण शिक्षक एप का लोकार्पण तथा नए फीचर्स से युक्त शाला सम्बलन 2.0 एप का भी अनावरण किया. इस कार्यक्रम के अंतर्गत ‘मिशन ज्ञान’ के सहयोग से बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल समय पश्चात सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा.
वहीं मुख्यमंत्री ने राज्य के 300 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में स्थापित की गई रोबोटिक्स लैब्स का शुभारम्भ किया जिन लैब्स के माध्यम से विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी क्षेत्र का ज्ञान स्कूली स्तर से ही उपलब्ध हो सकेगा और वे निजी स्कूल्स के विद्यार्थियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे.