जयपुर: राजस्थान विधानसभा में सोमवार को उठे लाल डायरी प्रकरण के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है जहां राजस्थान विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष एवं बीजेपी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंगलवार को गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के 2018 में गठन के बाद से ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे और कुर्सी बचाने के लिए जितने नैतिक और अनैतिक जो समझौते किए जा सकते थे वह सरकार ने किए. पूनिया ने कहा कि लाल डायरी वाले मामले में मुख्यमंत्री खुद शक के दायरे में हैं.
पूनिया ने कहा कि कल जो प्रकरण हुआ जिसके बारे में उन्हीं की सरकार के मंत्री ने कहा था कि उसने संकट के समय सरकार बचाई, यह बात खुद मुख्यमंत्री ने उनके बेटे के जन्मोत्सव के अवसर पर कही कि मेरी सरकार इनकी वजह से बची है, इसका मतलब उन दोनों का अलायंस किसी समय रहा होगा.
जनता जानना चाहती है राज
पूनिया ने कहा कि राजदार ही राज का पर्दाफाश करता है और किसी लाल डायरी में क्या था यह जनता जानना चाहती है कि उसमें किस तरीके के राज हैं. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाला साबित करें या जिस पर आरोप लगे हैं वह साबित करे, दोनों ही पक्षों की उन चीजों को राजस्थान की जनता जानना चाह रही है, आज नहीं तो कल यह मुद्दा बनेगा.
उन्होंने आरोप लगाया कि 5 साल के इस पूरे कालखंड में भ्रष्टाचार शिष्टाचार साबित हुआ, 78% लोगों ने स्वीकार किया कि उनको काम के बदले रिश्वत देनी पड़ती है, ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट कहती है, मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं पब्लिक डोमेन में पूछे गए सवाल के जवाब में भी भ्रष्टाचार की बात सामने आती है, यह साबित हो गया कि राजस्थान में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है.
सूबे में चरम पर भ्रष्टाचार
पूनिया ने कहा कि सूबे में हुए भ्रष्टाचार की ही एक परिणीति है कि किस तरीके से राजनीतिक भ्रष्टाचार हुआ, उन्होंने कहा कि लाल डायरी में राज्यसभा चुनाव से लेकर सरकार बचाने तक बहुत सारे लोगों के लेन-देन का उसमें जिक्र है. आखिर यह जिक्र क्या है, कौन लोग शामिल हैं, सिंडिकेट के कौन-कौन लोग हैं जिन्होंने राजनीतिक भ्रष्टाचार किया, जो जनता के वोटों से चुनकर आए हैं, किस तरीके से लोगों ने यह सब किया.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का जो इश्यू है, कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमारा जो अभियान है, उसको लेकर सदन में भी और सदन के बाहर भी पुरजोर तरीके से आवाज़ उठा रहे हैं और भ्रष्टाचार का एक पार्ट है लाल डायरी, इस मुद्दे को हम मुखर तरीके से जनता के बीच लेकर जाएंगे.