जयपुर। नौकरी-पेशा करने वाले पेरेंट्स को अपने बच्चों को संभालने के लिए अब तक नैनी रखनी पड़ती थी, लेकिन अब जयपुर नगर निगम में पेरेंट्स की यह समस्या खत्म कर दी है। अब जयपुर नगर निगम में वर्किंग माता-पिता अपने बच्चों को छोड़ सकेंगे। बच्चों की संभालने की जिम्मेदारी नगर निगम ग्रेटर ने ली है। इसके लिए जयपुर नगर निगम ग्रेटर में क्रेज रूम (शिशु पालना गृह) शुरू हुआ है। जहां पेरेंट्स अपने बच्चों को सुबह 9 बजे से शाम 6:30 बजे तक छोड़ सकते हैं और यहां खाने, खेलने और सोने की व्यवस्था रहेगी। बकायदा इनकी मॉनिटरिंग के लिए स्टॉफ मौजूद रहेगा।
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मैयर सौम्या गुर्जर ने किया क्रेच रूम का लोकार्पण
महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने मंगलवार को नगर निगम ग्रेटर में बने क्रेज रूम का लोकार्पण किया। लोकार्पण के दौरान सौम्या ने कहा कि क्रेच रूप को बनाने का मुख्य उद्देश्य है नौकरी-पेशा करने वाले पेरेंट्स की परेशानी दूर करना। उन्होंने बताया किस इस क्रेज रूम में अपने 6 माह से 6 साल के बच्चे को छोड़ सकते हैं। क्रेज रूम में बच्चों को उच्च गुणवत्ता युक्त दूध, दलिया, खिचड़ी, चावल, फल सेरेलेक कॉर्नफ्लेक्स समय-समय पर दिया जाएगा। क्रेच में बच्चों के खेलने के लिए अलग-अलग खिलौने रखे गए हैं।
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हर महीने लगेगी 2000 रुपए फीस
महापौर सौम्या गुर्जर ने बताया कि नगर निगम ग्रेटर में बने बच्चों के लिए क्रेच रूम में नगर निगम जयपुर में पदस्थापित अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने बच्चे छोड़ने के लिए प्रतिमाह 2000 रुपए पेय करना होगा। इस तरह नगर निगम ग्रेटर के अलावा अन्य राजकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों के लिए 3200 रुपए और गैर सरकारी व्यक्तियों के बच्चों के लिए 4,000 रुपए प्रतिमाह फीस ली जाएगी।
सौम्या ने बताया कि इस क्रेच रूम में बच्चों के लिए पार्क की सुविधा के आउटडोर-इनडोर गेम भी हैं। खेलने के लिए खिलौने, सोने की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिए स्टाफ और सुरक्षा गार्ड लगाए गए हैं। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।