जयपुर। एसीबी द्वारा हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को पट्टे की एवज में रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद मेयर मुनेश पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। जो फाइलें मुनेश के घर पर मिली हैं, एसीबी के अधिकारी उनके संबंध में गहन जांच कर रहे हैं। ये फाइलें जिनकी हैं, उनसे भी पूछताछ की जाएगी। वहीं, एसीबी के सूत्र बता रहे हैं कि घूसखोरी की करीब दस घंटे की रिकॉडिंग भी है। एसीबी ने सत्यापन के दौरान कुछ लोगों के जरिए करीब आठ लाख रुपए भी महापौर के घर पर भेजे थे।
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पूछताछ अलग-अलग और आमने-सामने
पूछताछ में यदि मेयर का रोल सामने आया तो वे भी गिरफ्तार की जा सकती हैं। वहीं, एसीबी के अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि मुनेश को भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाएंगे। सूत्रों के अनुसार रविवार को एसीबी में तीनों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ और आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ हुई। एसीबी सभी संदिग्धों के बैंक खाते और आरोपियों के लॉकर भी खंगाल सकता है। एसीबी निगम के उन अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी जो पट्टे देने में अहम भूमिका निभाते हैं। वही मुनेश के पति के फोन की डिटेल से भी एसीबी कई तथ्य जुटाने में लगी हुई है।
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आज फिर कोर्ट मेंपेश किए जाएं गेआरोपी
आरोपियों की दो दिन की रिमांड अवधि सोमवार को पूरी हो जाएगी। ऐसे में एसीबी मेयर पति और दोनों दलालों को फिर से कोर्ट में पेश करेगा। संभवत: एसीबी और रिमांड मांगेगा। वहीं, एसीबी को पूछताछ में सुशील ने बताया कि उसका कोई रोल नहीं है और जो पैसे उसके घर से मिले हैं वह प्लॉट बेचने पर आए थे।