अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में बानसूर के रामपुर गांव निवासी आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा सुरक्षा बल) में तैनात हेड कांस्टेबल भूपेन्द्र मीणा की उसी के अधिकारी के बेटे ने गोलियों से छलनी कर दिया। हेड कांस्टेबल भूपेन्द्र मीणा दिल्ली के छावला आईटीबीपी कैंप में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था। दिल्ली पुलिस ने हेड कांस्टेबल की हत्या करने वाले अधिकारी लोकपाल सिंह जादोन के बेटे दिग्विजय सिंह (32) को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 21 जून की दोपहर करीब दोपहर 2.20 बजे की है।
दिल्ली के द्वारका जिले के छवला स्थित आईटीबीपी कैंप में एक के बाद एक लगातार कई बार हुई फायरिंग की आवाज सुनकर वहां तैनात जवान पहुंचे। वहां जाकर देखा तो आईटीबीपी (2 आईसीसी रैंक) अधिकारी लोकपास सिंह के क्वार्टर की बालकनी में अलवर के बानसूर कस्बे का आईटीबीपी हेड कांस्टेबल भूपेंद्र मीणा (35) खून से लथपथ पड़ा था। साथियों ने भूपेंद्र को उठाकर हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हत्या में आरोपी दिग्विजय सिंह ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल किया। पुलिस की क्राइम और एफएसएल टीमों ने मौके से साक्ष्य जुटाए। आरोपी दिग्विजय को दिल्ली पुलिस ने बापर्दा गिरफ्तार किया है।
डिप्रेशन में आरोपी ने बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां…
आरोपी दिग्विजय सिंह ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से भूपेंद्र पर ताबड़तोड 5 गोलियां बरसाईं। बताया जा रहा है कि आरोपी दिग्विजय सिंह ने एमटेक कर रखा है। वह सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था। दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद भी नौकरी नहीं लगी थी। इससे वह डिप्रेशन में था। फिलहाल, पुलिस ने फायरिंग की वजह का खुलासा नहीं किया है। पूछताछ के बाद स्थिति साफ होगी।
आईटीबीपी जवान भूपेंद्र 2014 में हुआ था भर्ती…
भूपेंद्र मीणा पुत्र नंदाराम मीणा निवासी भोराजवाला रामपुर (बानसूर) 2014 में भर्ती हुआ था। भूपेंद्र कुक का काम करता था और अधिकारियों के क्वार्टर पर पानी पहुंचाने का काम भी करता था। भूपेंद्र मीणा पिछले 2 साल से दिल्ली के छावला कैंप में (2आईसीसी रैक) अधिकारी के यहां कुक था।
गांव में शोक की लहर…
जवान के मर्डर की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। बुधवार शाम ही कांस्टेबल के परिजन दिल्ली पहुंच गए। गुरुवार देर शाम तक शव पैतृक गांव पहुंचेगा। मृतक जवान का अंतिम संस्कार शुक्रवार को उसके पैतृक गांव में पूरे सम्मान के साथ होगा।