India-Canada Tension: भारत और कनाडा के रिश्तों की चर्चा हर जगह हो रही है जहां जी-20 के बाज अचानक दोनों देशों के बीच आई तल्खियां हर किसी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत से सीधे दुश्मनी मोल लेते हुए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारतीय खुफिया एजेंसियों को सीधा निशाने पर लिया जिसके बाद माहौल गरमा गया. वहीं अब इस मामले पर लगातार बयानबाजी हो रही है जहां शुक्रवार को जोधपुर पहुंचे ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने एक बड़ा बयान दिया है.
बिट्टा ने कहा कि खालिस्तान मसले पर सिर्फ राजनीति हो रही है और खालिस्तान बनाने का सपना कभी पूरा नहीं होगा. वहीं उन्होंने आगे कहा कि अगर खालिस्तान बनाने की नौबत आई तो उसके लिए हमारे जैसे देश भक्तों की लाश पर से गुजरना होगा.
बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम 9-10 सितंबर को भारत में हुए जी20 शिखर सम्मेलन खत्म होने के 2 दिन बाद शुरू हुआ जह ट्रूडो अपने देश लौटे. वहीं इसके बाद कनाडा ने भारत के साथ अपना ट्रेड मिशन भी बैन कर दिया और दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते चले गए.
‘खालिस्तानी आंदोलन होगा खत्म’
बिट्टा ने आगे कहा कि हमारे पूरे सिख समाज को एकजुट होकर आगे आना चाहिए और गुरुद्वारा साहिब संगतों में एकत्रित होकर कहना चाहिए हमें खालिस्तान नहीं चाहिए और इसके बाद यह आंदोलन खुद ही खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हमें पाकिस्तान से नहीं मिलना है क्योंकि वो दुश्मन देश है और उनकी वजह से ही 1984 में दंगे हुए और ऑपरेशन ब्लू स्टार हुआ.
बिट्टा ने कहा कि मैं इस देश में पहले भारतीय हूं और बाद में एक सिख हूं और मेरे लिए राष्ट्र ही सबसे पहले था और राष्ट्र ही सबसे पहले रहेगा. उन्होंने कहा कि कोई सिख भाई सड़क पर नहीं आए, गुरुद्वारा कमेटियां इसके खिलाफ ना बोले लेकिन बिट्टा हमेशा खालिस्तानियों के खिलाफ बोलता रहेगा.
‘मैं देश का गद्दार नही बनूंगा’
उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिट्टा को कौम का गद्दार कहते है लेकिन मैं देश का गद्दार नही बनूंगा. वहीं उन्होंने आगे कहा कि कनाडा सरकार खालिस्तानियों के खून से बनी है और अभी वहां चुनाव है इसलिए इस मुद्दे को तूल दिया जा रहा है.