जयपुर। प्रदेशभर में मानसूनी बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में मंगलवार को तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी राज्य के पूर्वी हिस्सों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए यहां के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के करीब दो दर्जन जगहों पर सोमवार को बादल जमकर बरसे। जहां एक तरफ तेज बारिश से सड़कें-गलियां दरिया बनने से निचली बस्तियों के घरों और कई सरकारी दफ्तरों में पानी घुस गया, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बरसाती नदियों में तेज पानी आने और सड़कों पर जलभराव की स्थिति को देखते हुए आज जालोर और सिरोही में सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई।
वहीं, प्रशासन की ओर से सभी जगहों पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। लगातार बारिश के चलते एक ही दिन में चार जिलों में पांच मौतें भी हुई। इधर, राजधानी समेत कई जिलों में सोमवार को भी सड़कें और निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं।
जयपुर में नाले में बहने से बच्चे की मौत…
राजधानी जयपुर में में रविवार देर रात से शुरू हुई बारिश सोमवार को दोपहर तक चली। शहर में सीकर रोड पर पानी के तेज प्रवाह में बहने से सात वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। शहर के नालों सहित ड् रैनेज सिस्टम तक पानी के दबाब को सहन नहीं कर पाए। इससे पानी ओवर फ्लो होकर अस्पतालों, सरकारी दफ्तर और दकानों में पानी भर गया।
जयपुर शहर में कई चौराहों पर जलजमाव होने से सुबह से ही जाम लग गया जिसके बाद दोपहर तक यातायात रेंगता रहा। दोपहर बाद बरसात रुकी और गलियों में पानी उतरा तब लोग रोजमर्रा का सामान लेने के लिए घरों से बाहर निकले। इस दौरान राजधानी में सुबह 8:30 बजे तक तक 62.6 और शाम 5:30 बजे तक 51.8 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।
बीसलपुर बांध में आया 9 सेमी. और पानी…
राजधानी के प्रमुख जल स्रोत टोंक के बीसलपुर बांध में सोमवार को 9 सेमी. पानी आया। इसका जलस्तर 313.40 आरएल मीटर पर पहुंच गया। इसके अलावा इसकी सहायक त्रिवेणी नदी का गेज सोमवार को 2.80 मीटर पर बही। गौरतलब है कि बीसलपुर बांध की कु ल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है।
48 साल बाद फॉयसागर बांध हुआ ओवरफ्लो…
अजमेर जिले के फॉयसागर बांध में 1975 के बाद इस बार रिकॉर्ड पानी की आवक हुई। इससे सोमवार को यह ओवरफ्लो हो गया। गौरतलब है कि अजमेर जिले में पिछले 24 घंटों में 77. 8 एमएम बारिश हुई। जिससे इस शहर के बाजारों से लेकर अस्पताल और स्कूलों तक में पानी भर गया।