जोधपुर में हुई वकील की हत्या के बाद प्रोटेक्शन एक्ट की मांग बढ़ती जा रही है प्रदेशभर से वकील इस एक्ट की मांग सरकार से कर रहे हैं। जिससे यह मामला राजस्थान हाईकोर्ट में भी पहुंच गया है। आज इस मामले की सुनवाई हुई, अब कल फिर से कोर्ट में इसकी सुनवाई होगी।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की पीठ ने की सुनवाई
हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव और जस्टिस अनिल उपवन की पीठ ने इस केस की सुनवाई की। इस दौरान बड़ी संख्या में वकील मौजूद रहे। अतिरिक्त महाधिवक्ता सीएल सैनी ने कोर्ट में कहा कि इस केस को लेकर सचिवालय में एक बैठक चल रही है। जिसमें कई अतिरिक्त महाधिवक्ता मौजूद हैं इसलिए इस केस की सुनवाई कल तक के लिए टाल दी जाए।
कोर्ट में मौजूद नहीं थे सभी महाधिवक्ता
महाधिवक्ता एम एस सिंघवी, एसजी राजदीपक रस्तोगी, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से एडवोकेट कासलीवाल मौजूद रहे। याचिकाकर्ता की तरफ से एडवोकेट अभिनव शर्मा ने इस केस की पैरवी की। एडवोकेट प्रहलाद शर्मा ने ही राजस्थान हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी, जिस पर कोर्ट में राज्य और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। इसके साथ ही मुख्य सचिव, विधि विभाग समेत बार काउंसिल ऑफ राजस्थान को भी नोटिस जारी किया गया था। कोर्ट ने बार काउंसिल ऑफ राजस्थान से 2 मार्च तक जवाब देने को भी कहा है।
हाईकोर्ट ने जारी किया है नोटिस
बता दें कि कल हुई सुनवाई में राजस्थान सरकार की ओर से मौजूद एडवोकेट प्रहलाद शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार वकील कार्य बहिष्कार नहीं कर सकते हैं। बीती 25 फरवरी को एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें निर्णय लिया गया था कि सभी वकील कार्य बहिष्कार को वापस लेंगे और एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल को स्थापित करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इस तरह से आज भी इस मामले की सुनवाई ढंग से नहीं हो पाई। अब कल फिर से इस मामले की सुनवाई राजस्थान हाई कोर्ट में होगी।
जोधपुर में वकील की हत्या के बाद उठी मांग
बता दें कि जोधपुर में सीनियर वकील जुगराज की सरेआम बेरहमी से हत्या के विरोध में पिछले 10 दिनों से प्रदेश भर के 70 हजार से ज्यादा अधिवक्ता सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। वह एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं। एक्ट समेत कई मांगों को लेकर अब प्रदेशभर के अधिवक्ता जयपुर में 3 मार्च को इकट्ठे होंगे और आगे के कदम उठाने के बारे में फैसले लिए जाएंगे।