जयपुर। प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाते हुए किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभार दी हैं। पिछले तीन दिन से प्रदेश के कई इलाकों में आसमान से लगातार बरस रही आफत ने खेतों में खड़ी और पड़ी हुई पकी फसल को बर्बाद कर दिया है। बूंदी में ओलावृष्टि से हुई फसल खराबे का सदमा एक किसान को ऐसा लगा कि उसने अपने खेत में कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। तालेड़ा पंचायत समिति में किसान पृथ्वीराज बैरवा (60) निवासी बाजड़ गांव ने अपने 3 बीघा खेत में गेहूं की फसल बोई थी। उसने शनिवार सुबह 10 बजे खेत पर जाकर कीटनाशक पी लिया। इलाज के दौरान किसान की रविवार को मौत हो गई।
मौसम विभाग ने फसलों की कटाई टालने की दी सलाह
तालेड़ा के थानाधिकारी दिग्विजय सिंह इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि पृथ्वीराज पर 8 लाख रुपए का कर्जा था। केन्द्र और राज्य सरकारों की तरफ से फसलों को ओलावृष्टि और बारिश से बचाने के लिए किसानों को फिलहाल फसलें नहीं काटने की सलाह दी गई है। फसल गिरने से बचाने के लिए गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने को भी कहा गया है। वहीं विपक्षी दल भाजपा ने किसानों पर बरसी आफत का आकलन कर तुरंत प्रभाव से मुआवजा देने की मांग की है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मौसम का कहर फिलहाल जारी रहेगा। विभाग के अनुसार 23 मार्च से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते प्रदेशभर में 23 और 24 मार्च को पुनः आंधी व बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
ओलों के साथ तेज हवाओं का भी दौर
प्रदेशभर में रविवार को भी मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। यहां अधिकतर इलाकों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ बारिश हुई और कहीं- कहीं ओले भी गिरे। इधर, राजधानी में शाम होते ही मौसम ने अचानक करवट ली और चारों तरफ तेज हवा चलने के साथ आसमान में बादल छा गए और ग्रामीण इलाकों सहित सभी जगह देर रात तक बारिश का दौर जारी रहा। दूसरी तरफ, शेखावाटी इलाकों में सीकर सहित कई जगह रविवार सुबह कोहरा छाया रहा, जिसकी वजह से वहां विजिबिलिटी काफी कम रही। वहीं, बारिश की वजह से अधिकतर जगहों पर दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज हुई। रविवार को प्रदेश में 4.8 एमएम बारिश दर्ज की गई।
किसानों को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक संबल मिलना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्द गिरदावरी कराकर निश्चित समयावधि में मुआवजा दिलाने की व्यवस्था करें। -सतीश पूनियां, भाजपा प्रदेशाध्यक