Govansh attack : श्रीगंगानगर। जिले में आवारा पशुओं का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला अनूपगढ़ क्षेत्र का है। जहां आवारा पशुओं ने एक चार साल की मासूम को बुरी तरह कुचल दिया। इतना ही नहीं गोवंश बच्ची को कुछ दूरी तक बार-बार रौंदते हुए घसीटता हुआ ले गया। हालांकि, आसपास मौजूद लोगों ने काफी मशक्कत के बाद बच्ची को बचा लिया। घटना बीकानेर रोड की रविवार दोपहर की बताई जा रही है। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसने भी वीडियो देखा हर किसी ने यही कहा कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोय।
जानकारी के अनुसार सुमेश चुघ की चार वर्षीय बेटी सान्वी अपने सात वर्षीय भाई नमन के साथ चॉकलेट लेने दुकान पर गई थी। जैसे ही दोनों भाई-बहन दुकान से बाहर निकले तो पास में दो गोवंश खड़े थे। जिनमें से एक ने बच्ची पर हमला कर दिया। हालंकि, बच्चों ने भागने का प्रयास किया लेकिन गोवंश ने बच्ची को गिरा दिया और पैरों और सींग से उसे रौंदने लगे। बच्ची ने खड़ा होने का प्रयास किया लेकिन गोवंश उसे रौंदता चला गया। आसपास के दुकानदारों ने उक्त घटनाक्रम को देखा तो लाठियां लेकर अपनी दुकानों से बाहर आए और गोवंश को भागने का प्रयास किया।
दुकानदारों पर भी हमला करने की कोशिश
इस दौरान गोवंश ने दुकानदारों पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन दुकानदारों ने हिम्मत दिखाते हुए सान्वी को गोवंश के चंगुल से छुड़ाकर अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुंच कर उन्होंने परिजनों को सूचना दी। इस घटनाक्रम ने गमीनत रही कि सान्वी को खरोचें आई है। बताया जाता है कि इस गोवंश ने पहले भी कई बार बच्चों पर हमला करने का प्रयास किया है। लेकिन, जिस प्रकार आज बच्ची गोवंश की चपेट में आई ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
शहर में आवारा पशुओं का आतंक
बता दें कि शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या लोगों के लिए सिरदर्द और जान को खतरा बन रही है। मुख्य रोड ही नहीं, हर गली-मोहल्ले में आवारा पशुओं का आतंक है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है। ऐसे में कभी किसी के साथ भी बड़ा हादसा हो सकता है। अधिकांश लोग दूध निकालने के बाद गायों को सड़क पर इधर-उधर चारे के लिए मुंह मारने को छोड़ देते हैं। सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर मंडराते आवारा पशु लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। सब्जी मंडी में सांडों का आतंक इस कदर है कि लोग सब्जी खरीदने के लिए आने से कतरा रहे हैं। इसी प्रकार गली मोहल्लों में भी आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। लोगों का कहना है कि शहर में बढ़ते आवारा पशु लोगों की जान के लिए बड़ा खतरा है। प्रशासन को गोवंश को पकड़ कर गौशाला मे भिजवाना चाहिए। ताकि, ऐसे घटना की पुनरावृति नहीं हो।