Gogamedi murder case : जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दोनों शूटर्स को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर पुलिस जयपुर ले आई है। पुलिस अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। ऐसे में यह तो साफ है कि पूछताछ में ये राज खुल जाएगा कि आखिर शूटर्स ने गोगामेड़ी की हत्या क्यों की थी? फिलहाल, आरोपी को कड़ी सुरक्षा के बीच जयपुर के श्याम नगर थाने ले जाया जा रहा है। इधर, पुलिस आज दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा करेगी। बता दें कि अल्टीमेटम के 72 घंटे बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और राजस्थान पुलिस ने शूटर्स रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को शनिवार देर रात चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। दोनों शूटर्स का देश छोड़कर नेपाल भागने का प्लान था, लेकिन उससे पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को दोनों की लोकेशन मिल गई। जिसके बाद राजस्थान पुलिस की एसआईटी के साथ मिलकर पुलिस टीमों ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया। इसके अलावा आरोपियों को पनाह देने वाले उधम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपियों को पुलिस आज सुबह पुलिस जयपुर ले आई है। वहीं, पनाह देने वाले उधम से दिल्ली क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है।
कहां छिपे हुए थे दोनों आरोपी
दोनों आरोपी चंडीगढ़ में एक शराब ठेके के ऊपर बने कमरे में छिपे हुए थे। शूटर्स जयपुर से भागने के बाद करीब एक दर्जन से अधिक जगहों से होते हुए नितिन फौजी के गांव के रहने वाले एक व्यक्ति के घर चंडीगढ़ पहुंचे थे। जहां पर आरोपियों ने उसे घटना के बारे जानकारी दी और आश्वासन दिया कि जैसे ही पुलिस की सख्ती कम होगी, वो यहां से चले जाएंगे। लेकिन, उससे पहले ही पुलिस को दोनों आरोपियों को भनक लग गई और एसआईटी राजस्थान और दिल्ली पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन कर दोनों आरोपियों सहित उनके एक साथी को सेक्टर 22 चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया। इससे पहले राहुल और नितिन को फरार कराने में सहयोग करने वाले रामवीर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
हत्या के बाद जयपुर से ऐसे भागे थे दोनों आरोपी
बता दें कि गत 5 दिसंबर को सुखदेव सिंह और नवीन शेखावत के हत्या के बाद हमलावर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने पहले एक कार लूटने का प्रयास किया। बाद में हमलावरों ने स्कूटी सवार हेमराज को गोली मारकर घायल कर दिया था और स्कूटी छीनकर फरार हो गए थे। श्याम नगर से डीसीएम तक वे स्कूटी से भागे। फिर डीसीएम से ऑटो लेकर हीरापुरा चौराहा (200 फीट बायपास) पहुंचे। हीरापुरा चौराहा से रामवीर की बाइक पर बैठकर बगरू तक गए और फिर वहां से नागौर डिपो की बस में बैठकर फरार हो गए थे। रोडवेज बस से वे डीडवाना तक गए। डीडवाना से टैक्सी किराए लेकर सुजानगढ़ पहुंचे। सुजानगढ़ से निजी बस में बैठकर हिसार गए और ट्रेन से चंडीगढ़ चले गए थे। चंडीगढ़ में एक शराब ठेके के ऊपर बने कमरे में छिपे हुए थे, जहां से पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
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