जयपुर। सीएम अशोक गहलोत का जो विजन है कि प्रदेश अपराधों से, अपराधियों से मुक्त हो, उस विजन पर राजस्थान पुलिस लगातार काम कर रही है। अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर उनका सफाया किया जा रहा है। सबसे बड़ी कार्रवाई बीते दिनों पुलिस ने की जिसमें सिर्फ 5 घंटे में ही 652 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।
इसमें आनंदपाल गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बदमाश शामिल हैं। जिससे अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान को गैंगस्टर्स के दुनिया के नाम से बदनाम करने वाले इन आनंदपाल और लॉरेंस बिश्नोई गैंग को अब पुलिस पूरी तरह साफ कर देगी।
7 जिलों में ताबड़तोड़ दबिश
बीते रविवार सिर्फ 5 घंटों के अंदर 7 जिलों में दबिश देकर पुलिस ने इन 652 बदमाशों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बीकानेर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, उदयपुर, जोधपुर, कोटा जिलों में 350 जगहों पर रेड मारी। इस छापामार कार्रवाई में लगभग 3000 पुलिसकर्मी शामिल रहे। पुलिस ने बीकानेर से आनंदपाल के साथी राजू सिंह को पकड़ा जो कि एक हिस्ट्रीशीटर हैं। राजू सिंह के पास से पुलिस ने 6 पिस्टल, 44 बुलेट और एक बुलेट प्रूफ जैकेट भी बरामद की है।
बीकानेर में पकड़ा गया आनंदपाल का साथी, कुल 42 गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि राजू सिंह आनंदपाल का बेहद करीबी और पुराना साथी रहा है और जो बुलेट प्रूफ जैकेट बरामद की गई है। वह किसी और का नहीं बल्कि आनंदपाल का ही है। बीकानेर में हुई इस कार्रवाई की मॉनिटरिंग बीकानेर रेंज के आईजी ओमप्रकाश ने की। सुबह 5:00 बजे से कंट्रोल रूम में बैठकर वे इस पूरे ऑपरेशन को मॉनिटर करते रहे। यह पूरा ऑपरेशन सुबह 10:30 बजे खत्म हुआ। बीकानेर में कुल 42 बदमाश पकड़े गए। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण आरोपी राजू ठेहट हत्याकांड में फरार सुखदेव धवल है। सुखदेव रोहित गोदारा और आनंदपाल के लिए भी काम करता है। बीकानेर से पुलिस ने एक पिस्तौल, एक रिवाल्वर, एक 12 बोर का बंदूक, 42 कारतूस, एक एयर गन बरामद की है।
श्रीगंगानगर में पकड़ा गया लॉरेन्स बिश्नोई का करीबी
जयपुर के जीक्लब पर फायरिंग करवाने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा के साथी को भी श्रीगंगानगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसका नाम हरिओम रामावत है और वह भी हिस्ट्रीशीटर है। रामावत के पास से भी पिस्टल और बुलेट मिली है। श्रीगंगानगर में ही लॉरेंस बिश्नोई के करीबी कुलजीत राणा और आशीष बिश्नोई को भी पकड़ा गया। आशीष बिश्नोई घड़साना से हिस्ट्रीशीटर है। उसके पास से कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। आशीष लॉरेंस बिश्नोई के लिए ही काम करता है।
कोटा, उदयपुर, हनुमानगढ़, चूरू में 400 से ज्यादा धरे गए
कोटा में पुलिस ने 247 बदमाशों को पकड़ा। जिसमें ज्यादा से ज्यादा हिस्ट्रीशीटर थे। वहीं जोधपुर सिटी में 100 बदमाशों को पकड़ा गया उदयपुर में भी 125 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें अधिकतर हार्डकोर हिस्ट्रीशीटर हैं। चूरू से 18 बदमाशों को गिरफ्तार किया इसके लिए करीब ढाई सौ पुलिसकर्मियों ने 43 जगह पर छापा मारा था।
शुरू में इस कार्रवाई में पुलिस ने 9 वाहनों को भी बरामद किया हैं। इसके अलावा हनुमानगढ़ में 350 पुलिसकर्मियों ने रेड डालकर 116 जगह पर कार्रवाई की। जिसमें 48 बदमाशों को पकड़ा गया और 4 वाहनों को जब्त किया गया। इनसे भारी मात्रा में नशे का सामान और हथियार बरामद हुए हैं।
हर रेंज आईजी को दिया जाएगा टास्क
इन जिलों में हुई कार्रवाई के बाद एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि अपराध को खत्म करने के लिए अवैध हथियारों पर पुलिस की नजर है। इसलिए पुलिस काम कर रही है। अब इस तरह की कार्रवाई के लिए हर रेंज आईजी को चार्ज दिया जाएगा। क्योंकि अपराध करने वाला अपराधी अगर फरार होता है तो एक जिले से पड़ोस के जिले से ही होते हुए जाएगा। इसलिए पड़ोसी जिलों को भी अलर्ट करने की बेहद जरूरत है ताकि बदमाश जल्द से जल्द पकड़े जाए।
जल्द साकार होगा गहलोत का विजन
सीएम अशोक गहलोत के कार्यकाल में हुई यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। जिसमें महज 5 घंटे में लगभग 3000 पुलिस वालों ने 7 जिलों में कार्रवाई कर 652 बदमाशों को गिरफ्तार किया। ये कुछ और नहीं बल्कि इस चीज का उदाहरण है कि गहलोत के अपराध मुक्त राजस्थान का विजन जल्द ही साकार होगा। सीएम अशोक गहलोत कई मौकों पर कह चुके हैं कि अपराधियों को भी अब समझ जाना चाहिए कि अब उनकी दाल गलने वाली नहीं, क्योंकि हम उन्हें ना छोड़ेंगे और ना बख्शेंगे। वहीं NCRB की रिपोर्ट में जिस तरह राजस्थान में अपराध के ग्राफ को बढ़ता हुआ दिखाया गया उसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है, इसलिए राजस्थान को बदनाम करने वालों के लिए अब गहलोत ने पुलिस को खुली छूट देकर इनके सफाए के आदेश दे दिए हैं।