बीकानेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज बीकानेर में किसान महा सम्मेलन में शामिल हुए थे। इन्होंने यहां करीब डेढ़ लाख किसानों को साधा और अपनी योजनाओं को गिनाया। उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। वहीं अशोक गहलोत ने सम्मेलन के बाद मीडिया से भी बातचीत की जिसमें उन्होंने वसुंधरा राजे के दूध और नींबू के बयान पर तीखा जवाब दिया।
आपने हमारी योजनाएं बंद की, हमने जारी रखीं
अशोक गहलोत ने यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दूध और नींबू में फर्क है और यह फर्क यह है कि हमारी योजनाओं को भाजपा अपनी सरकार आने पर बंद कर देती है लेकिन हम अपनी सरकार में भाजपा की किसी योजना को बंद नहीं करते। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारे पिछले कार्यकाल में हमने पचपदरा में रिफाइनरी शुरू की थी। जिसके बाद चुनाव हुए हम हार गए और भाजपा सत्ता में आई। उन्होंने सत्ता में आते ही रिफाइनरी को बंद करवा दिया।
5 साल तक रिफाइनरी बंद रही। जब हमारी सरकार दोबारा बनी है, तब हमने इस रिफाइनरी को शुरू करवाया लेकिन वह तब का समय था जब रिफाइनरी की लागत 40 हजार करोड़ रुपए थी और यह अब का समय है कि इसकी लागत 70 हजार करोड़ आ गई है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार बदलने से योजनाओं पर फर्क पड़ता है। राजस्थान में विकास की गति रुक जाती है यही फर्क दूध और नींबू में।
राजे ने दिया था ये बयान
दरअसल वसुंधरा राजे बीते दिनों जब बीकानेर संभाग के दौरे पर आईं थी तो उन्होंने यहां पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट को लेकर एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि दूध और नींबू कभी एक हुए हैं क्या। उन्होंने यह बयान अरविंद केजरीवाल के एक बयान पर दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि कुछ लोगों को हल्दी की गांठ मिल जाती है तो खुद को पंसारी समझने लगते हैं। कांग्रेस के लिए राजे ने कहा था कि गहलोत ने झूठ के बल पर सत्ता को हथियाया है लेकिन जनता जल्द ही इसका जवाब देगी।