राजस्थान चुनाव को कुछ ही महीने बचे हैं। इसलिए इसकी तैयारी के लिए सभी पार्टियां दमखम भर रही हैं। इसी क्रम में अब राजस्थान का रिवाज बदलने की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने अब आगे की रणनीति बना ली है, जिसके तहत वह अब हर विधानसभा क्षेत्रों के सदस्यों के साथ वन-टू-वन संवाद करेगी खास बात यह है कि ये संवाद भी प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेता करेंगे।जिसमें खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा शामिल हैं।
17 अप्रैल से शुरू होगा कार्यक्रम
कांग्रेस का यह कार्यक्रम 17 अप्रैल से शुरू होगा। 17 अप्रैल को तीनों नेता अजमेर संभाग की जिलों अजमेर, टोंक, नागौर, भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के सदस्यों से संवाद करेंगे। इसके बाद जोधपुर के जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र, 18 अप्रैल को उदयपुर के उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद उसके बाद कोटा के कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ फिर भरतपुर के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर जिले के विधानसभा क्षेत्रों के सदस्यों से संवाद करेंगे।
19 अप्रैल को एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन
इसके बाद 19 अप्रैल को एक दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें एआईसीसी प्रतिनिधि और सदस्य, पीसीसी पदाधिकारी और सदस्य, सांसद और सांसद उम्मीदवार, पूर्व सांसद, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष, पूर्व सीएलपी, मंत्री, विधायक और विधायक उम्मीदवार, पूर्व विधायक, डीसीसी अध्यक्ष, फ्रंटल संगठन राज्य और जिला, विभाग और सेल अध्यक्ष पीसीसी, मंत्री, जिला प्रमुख, प्रधान, महापौर, सभापति, अध्यक्ष स्थानीय निकाय और ब्लॉक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष शामिल होंगे।
17 अप्रैल से पायलट के कार्यक्रम
इसके बाद 20 अप्रैल को तीनों नेता बीकानेर के बीकानेर, चूरू, श्री गंगानगर, हनुमानगढ़ जिलों के विधानसभा क्षेत्रों और जयपुर के जयपुर, अलवर, दौसा, सीकर, झुंझुनू जिलों के विधानसभा क्षेत्रों के सदस्यों से वन-टू-वन डॉयलॉग करेंगे। इधर 17 अप्रैल से सचिन पायलट भी अपने कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं। 17 तारीख को वे जयपुर के शाहपुरा में परमानंद धाम के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और फिर झुंझुनूं के खेतड़ी में शहीद श्योराम की मूर्ति का अनावरण करेंगे।