जयपुर। मुख्यमंत्री सीएम गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा कल पंजाब जाएंगे। यहां वे पूर्व मुख्यमंत्री और शिअद प्रमुख प्रकाश सिंह बादल के निधन पर शोक व्यक्त करेंगे और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर प्रकाश सिंह बादल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा सचिन पायलट, वसुंधरा राजे, कलराज मिश्र समेत प्रदेश के सभी नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने आज चंडीगढ़ में दी श्रद्धांजलि
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चंडीगढ़ पहुंचकर प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि दी और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। प्रधानमंत्री के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी थे।
प्रकाश सिंह बादल के निधन पर 2 दिन का राष्ट्रीय शोक भी पहले ही घोषित हो चुका है। कई राज्य सरकारों ने भी उनके निधन पर राजकीय शोक का ऐलान किया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का अब कल उनके पैतृक गांव बादल ले जाया जाएगा, जहां दोपहर 1:00 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रकाश सिंह बादल का कल मोहाली के एक अस्पताल में निधन हो गया था वह 95 वर्ष के थे।
1957 में पहली बार बने थे कांग्रेस से विधायक
प्रकाश सिंह बादल का जन्म 8 दिसंबर 1927 को बठिंडा के अबुल खुराना गांव में हुआ था। प्रकाश सिंह बादल, बादल गांव के सरपंच बने थे। जिसके साथ ही उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ था। 1957 में वे कांग्रेस के टिकट पर विधायक पद के मलोट से उम्मीदवार थे। यह चुनाव उन्होंने जीत लिया। इसके बाद 1969 में अकाली दल के टिकट पर गिद्दड़बाहा सीट से विधायक चुने गए।
27 मार्च 1970 को अकाली दल ने प्रकाश सिंह बादल को अपना नेता चुना। जिसके बाद जनसंघ के समर्थन में उन्होंने पंजाब में अपनी सरकार बनाई। उस समय विदेश के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री थे। प्रकाश सिंह बादल पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे थे।