जयपुर। प्रदेशभर में शुक्रवार को गणगौर का पर्व मनाया गया। इधर, राजधानी में घर- घर लड़कियों और महिलाओं ने शंकर-पार्वती की पूजा की तो सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की। जयपुर के पूर्व राजपरिवार के निवास से गणगौर माता की सवारी निकाली गई। इस दौरान परकोटे में त्रिपोलिया गेट से तालकटोरे की (Gangaur sawari Jaipur) पाल तक मेले सा माहौल नजर आया। शाम को गणगौर की शाही सवारी में देशभर से आए 100 से अधिक लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से राजस्थानी लोक संस्कृति को साकार किया।
विदेशी सैलानियों के लिए खास इंतजाम
पर्यटन विभाग के उप निदेशक उपेंद्र सिहं शेखावत ने बताया कि गणगौर के मौके पर विदेशी सैलानियों के लिए त्रिपोलिया गेट के सामने स्थित हिंद होटल की छत पर ख़ास इंतजाम किए गए थे। यहां पर्यटकों के लिए जयपुर के घेवर भी उपलब्ध करवाए गए। वहीं, प्रदेश भर से आए 100 से अधिक लोक कलाकारों ने प्रस्तुति दी। इनमें कच्ची घोड़ी, मयूर नृत्य, अलगोजावादक, कालबेलिया नृतकों के समूह, बहुरुपिया कलाकार, मांगणियार और तेरहताली की प्रस्तुतियां टूरिस्ट्स को सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाली थी।
आज निकलेगी बूढ़ी गणगौर की सवारी
जयपुर में परंपरागत रूप से निकलने वाली बूढ़ी गणगौर की सवारी शनिवार (Gangaur sawari Jaipur) शाम को सिटी पैलेस की जनानी ड्योढ़ी से निकलेगी। यहां से सवारी त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार से होती हुई चौगान स्टेडियम और फिर ताल कटोरा पहुंचकर संपन्न होगी।