RPSC recruitment : जयपुर। एसीबी की सीकर और जयपुर इकाई ने शनिवार को राज्य घुमंतू जाति कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केसावत और तीन दलालों को 18.50 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा। इस ट्रैप में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त पूर्व बोर्ड अध्यक्ष केसावत, अनिल कुमार धरेंद्र, ब्रह्मप्रकाश और रविंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों ने आरपीएससी की अधिशासी अधिकारी (ईओ) भर्ती परीक्षा में परिवादी को पास कराने की एवज में यह रकम ली थी। एसीबी इनके आवास और अन्य ठिकानों पर सर्च कर रही है। जहां से कई अहम सबूत मिलने की संभावना है। वहीं इनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
40 लाख रुपए की रखी थी मांग
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के कार्यवाहक डीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की सीकर इकाई को परिवादी ने शिकायत दी थी कि आरपीएससी की ओर से आयोजित अधिशासी अधिकारी (ईओ) भर्ती परीक्षा में पास कराने और ओएमआर शीट बदलवाने के नाम पर आरोपी उससे 40 लाख रुपए रिश्वत राशि मांग कर परेशान कर रहे हैं। इस पर एसीबी ने जयपुर के डीआईजी कालूराम रावत के सुपरविजन में एसीबी सीकर इकाई के डीएसपी राजेश जांगिड़ के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कराया तो आरोपियों के 25 लाख रुपए रिश्वत मांगने का सत्यापन हुआ।
इस पर 14 जुलाई को सीकर में अनिल कुमार धरेन्द्र पुत्र सत्यनारायण निवासी हनुमानगढ़ टाउन और ब्रह्मप्रकाश पुत्र देवदत्त शर्मा निवासी दिल्ली को परिवादी से 18 लाख 50 हजार रुपए रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई को गोपनीय रख उसी दिन देर रात सीकर में रविद्रं शर्मा पुत्र बलराम निवासी टिब्बी को 7.50 लाख रुपए लेते दबोच लिया।
7.50 लाख पहुंचाने थे केसावत को
परिवादी से ली गई 18 लाख 50 हजार रुपए रिश्वत राशि में से 7.50 लाख रुपए गोपाल केसावत को पहुंचाने थे। रविंद्र परिवादी को लेकर गोपाल के सावत पुत्र हरचंदा के कुंभा मार्ग, प्रताप नगर (जयपुर) स्थित घर पहुंचा, जहां एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह शेखावत की टीम ने रविंद्र के सामने परिवादी से 7.50 लाख रुपए लेते के सावत को गिरफ्तार किया।
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