जयपुर। रामप्रसाद आत्महत्या मामला : शहर के चांदी की टकसाल इलाके में घर ना बना पाने से आहत होकर जान देने वाले रामप्रसाद मीणा का परिवार अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गया है। प्रशासन से 6 दिन बाद परिवार की मांगों पर सहमति बन गई है जिसके बाद परिजनों ने धरना खत्म किया और रामप्रसाद मीणा के शरीर को उनके पैतृक गांव कोटखावदा लेकर रवाना हो गए, वहीं उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
धरना खत्म होने को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि प्रशासन के साथ परिवार की बातचीत हो गई है। जिसमें उनकी मांगों पर सहमति बनी है। जिसके बाद ही धरना खत्म किया गया। अब 300 साल पुराने इस श्री गिरधारी मंदिर के सर्वे के लिए कल से काम शुरू होगा। अगले 15 दिनों में मंदिर का ओरिजिनल लुक भी सामने आएगा। सरकार इसे आम जनता के लिए खोलने की कार्यवाही शुरू करें, क्योंकि 30 साल से यहां आम लोगों के लिए पूजा बंद है। इस मंदिर के हेरिटेज लुक के साथ छेड़छाड़ की गई है। रामप्रसाद मीणा की परिवार की सुरक्षा भी सरकार सुनिश्चित करें।
किरोड़ी ने कहा कि इस मामले में अभी तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें नगर निगम के इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया। हमारी शिकायत है कि इसमें डीसी और एडिशनल डीसी विजिलेंस टीम के वह भी दोषी हैं। उसकी जांच करके 15 दिनों में रिपोर्ट दी जाए। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। मीणा ने कहा कि परिवार को 50 लाख रुपए हम खुद देंगे। समाज की ओर से पैसे इकट्ठा करके परिवार के सहायता के लिए दिए जाएंगे। सोमवार को यह राशि परिवार को दी जाएगी। इसमें सरकार कोई सहायता नहीं है। यह पैसा समाज का है। हमने सरकार से किसी तरह के पैसे की मांग नहीं की है।
बता दें कि परिवार के साथ जिन मांगों पर सहमति बनी है उनमें परिवार को एक डेयरी बूथ अलॉट हुआ है और जो मकान उनका अधूरा था, उस पर अब छत भी डाली जाएगी। इसके अलावा मृतक के बेटे को नगर निगम में संविदा पर नौकरी दी जाएगी।
मकान न बना पाने से आहत होकर रामप्रसाद मीणा ने दे दी जान
बता दें कि रामप्रसाद मीणा ने अपना घर ना बना पाने से आहत होकर आत्महत्या कर ली। परिवार ने इस मामले में तीन लोगों पर एफ आई आर दर्ज की है और रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या का कारण भी इन्हें ही बताया है। उनका कहना है कि इनके ही दबाव में आकर ही रामप्रसाद मीणा अपना घर नहीं बना पा रहा था, उसे घर को बनाने से रोक दिया गया था। इसलिए रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या कर ली।