जयपुर। मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को जयपुर स्थित शासन सचिवालय परिसर में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जोधपुर डिस्कॉम एवं नेशनल हाईवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। एमओयू के तहत अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेस-वे पर राज्य में तीन जिलों हनुमानगढ़, बीकानेर और जोधपुर के कुल छह स्थानों पर 11 सोलर पावर प्लांट विकसित किए जाएंगे।
कुल 27.43 मेगावाट क्षमता के ये पावर प्लांट सौर कृषि आजीविका योजना (पीएम कुसुम) के तहत लगाए जाएंगे। ये पावर प्लांट हनुमानगढ़ जिले के कोल्हा गांव, बीकानेर जिले के मलकीसरगोपल्यान रोड, नौरंगदेसर एवं रासीसर गांव तथा जोधपुर जिले के भीकमकोर गांव में लगेंगे तथा 8 सब स्टेशन को कवर करेंगे।
पीपीपी मोड पर होगी विकसित
उल्लेखनीय है कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाईवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के माध्यम से यह कार्य योजना तैयार की है। इसमें राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस हाईवेज के किनारे सौलर पैनल लगाए जाने हैं। यह योजना पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टर्नशिप ) के आधार पर विकसित की जाएगी।
कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
बैठक में सोलर इफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने से जुड़े विभिन्न मुद्दों एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और राज्य सरकार के बीच नेशनल हाईवेज और एक्सप्रेस हाईवेज से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एनएचएलएमएल के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यों में तेजी लाएं ।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की सचिव अल्का उपाध्याय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के रीजनल ऑफिसर पवन कुमार, एनएचएलएमएल के सीईओ प्रकाश गौड़, आशीष कुमार जैन, जोधपुर डिस्कॉम के मुख्य अभियंता प्रेमजीत धोबी सहित एनएचएलएमएल के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।