नागौर। राजस्थान के नागौर में विद्युत विभाग की लापरवाही से भीषण हादसा हो गया। खेत में काम करते समय एक किसान पर बिजली का तार टूटकर गिर गया। जिसे बचाने आई पोते की पत्नी भी करंट की चपेट में आ गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। यह घटना मेड़ता के जसवंताबाद ग्राम पंचायत के सुरपुरा गांव की है।
खेत में काम करते समय गिरा तार…
सुरपुरा निवासी सुरजाराम ने बताया कि बारिश के बाद गुरुवार सुबह 8 बजे उसके दादाजी जीवणराम मेघवाल (70) पुत्र पूसाराम मेरी पत्नी ममता (30) के साथ घर से दो किमी दूर खेत पर निराई-गुड़ाई करने के लिए निकले थे। इस दौरान करीब 10 बजे 11 हजार लाइन का तार टूटकर उनके दादा जीवणराम मेघवाल पर गिर गया। करंट की चपेट में आए दादा ससुर को बचाने के लिए ममता दौड़ी। इस दौरान वह भी करंट की चपेट में आ गई।
पड़ोसी ने बंद करवाई बिजली सप्लाई…
वहीं घटना के वक्त पड़ोस के खेत में काम कर रहे मोतीराम और उसके परिवार के लोग आवाज सुनकर दौड़े। इस दौरान मोतीराम ने लाइनमैन को फोन कर बिजली सप्लाई बंद करवाई। वहीं करंट लगने की सूचना पर जीवराम के परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे दोनों को मेड़ता के सरकारी अस्पताल में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों के शव पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि जीवणराम के छोटूराम और पप्पूराम दो बेटे है। छोटूराम के भी दो बेटे है सुरजाराम और बीयाराम। मृतका ममता का पति सुरजाराम मेड़ता में ही एक निजी स्कूल की बस चलाता है। हादसे के वक्त सभी लोग घर पर ही थे। एक साथ दो लोगों की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।